_एक लाख 81 हजार 344 लोगों ने ली फाइलेरिया की दवा_
फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सोमवार से शुरू किए गए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन का उप विकास आयुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह ने फाइलेरिया की दवा लेकर सदर अस्पताल से अभियान का शुभारंभ किया। दवा सेवन करने के बाद उन्होंने जिले के सभी लोगों से फाइलेरिया उन्मूलन के लिए इसका सेवन करने का तथा खाली पेट दवा का सेवन नहीं करने का अनुरोध किया।
अभियान के प्रथम दिन जिले के एक लाख 81 हजार 344 लोगों को फाइलेरिया की दवा दी गई। इसमें 87126 महिला व 94218 पुरुष हैं। अभियान के तहत डीईसी की 431268 व एल्बेंडाजोल की 181649 गोलियां खिलाई गई।
अधिक से अधिक लोगों को दवा का सेवन कराने के लिए जिले में 1158 गांव में 2180 बूथ स्थापित किए गए हैं। जहां 4214 दवा प्रशासकों द्वारा 290 पर्यवेक्षकों की देखरेख में लोगों को आमने सामने दवा खिलाई गई।
8 मार्च से 12 मार्च तक छुटी हुई आबादी को घर-घर जाकर दवा का सेवन कराया जाएगा। एक दिन में 30-35 घर में दवा प्रशासक द्वारा अपने सामने दवा का सेवन कराया जाएगा। दवा खिलाने के बाद प्रत्येक व्यक्ति के बाएं हाथ की तर्जनी उंगली में मार्कर पेन से मार्किंग के साथ-साथ सभी घरों में दीवाल लेखन भी किया जाएगा।
*इस तरह से दी जा रही है दवा की खुराक*
1 से 2 साल तक के बच्चे को एल्बेंडाजोल की आधी गोली (200 एमजी) पानी में घोलकर। 2 से 5 वर्ष तक को डीईसी की एक गोली (100 एमजी), एल्बेंडाजोल की एक गोली (400 एमजी)। 6 वर्ष से 14 वर्ष तक डीईसी की 2 गोली (200 एमजी), एल्बेंडाजोल की एक गोली। 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन गोली 300 (एमजी) एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली।
*इन्हें नहीं दी जा रही है दवा*
एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं अत्यंत वृद्ध एवं बीमार व्यक्तियों को दवा की खुराक नहीं दी जा रही है।
सदर अस्पताल में डीडीसी श्री शशि प्रकाश सिंह, सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत, डॉ राजकुमार सिंह, डॉ एसएम जफरुल्लाह व अन्य लोग उपस्थित थे। अभियान को सफल बनाने के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन, केयर एवं पीसीआई भी सहयोग कर रहा है।

