जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चुरहैत पंचायत स्थित अमेठियाडीह गांव में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने के लिए श्रद्धालुओं की उमड़ रही भीड़ बताते चलें कि श्रीमद्भागवत हिन्दुओं के 18 पुराणों में से एक है। इसका मुख्य विषय भक्ति योग है, जिसमें श्रीकृष्ण को सभी देवों का देव या स्वयं भगवान के रूप में चित्रित किया गया है। इस पुराण में रस भाव की भक्ति का निरूपण भी किया गया है। भगवान की विभिन्न कथाओं का सार श्रीमद्भावगत मोक्ष दायिनी है।
इसके श्रवण से परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई और कलियुग में आज भी इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिलते हैं।श्रीमद्भागवत कथा जन्म और मृत्यु के भय को नाश कर देता है। भागवत कथा श्रवण मात्र से ही कई जन्मों के पापों का नाश हो जाता है। जैसे आग सब कुछ जला कर राख कर देती है वैसे ही भागवत कथा के श्रवण मात्र से समस्त पापों का नाश होकर मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। जन्म जन्मांतर के पुण्य का उदय होने पर भागवत कथा सुनने को मिलती है, जिससे अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष की प्राप्ति होती है। भागवत कथा के श्रवण से बढ़कर इस संसार में कोई ज्ञान, मोक्ष का सरल साधन नहीं है,
यह बातें शुक्रवार को अमेठियाडीह में वीरेंद्र पांडेय के निजी आवास में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान कथावाचक पंडित बीरेंद्र पांडेय ने कही। उन्होंने श्रोताओं से भागवत कथा के महात्म का वर्णन करते हुए कहा कि मन की शुद्धि के लिए श्रीमद्भागवत से बढ़कर कोई साधन नहीं है। यह श्रीमद्भागवत कथा देवताओं को भी दुर्लभ है, तभी परीक्षित की सभा में शुकदेव मुनि ने कथामृत के बदले अमृत कलश तक को छोड़ दिया। ब्रह्मा ने सत्यलोक में तराजू बांधकर जब सब साधनों जैसे व्रत, यज्ञ, ध्यान, तप, मूर्ति पूजा आदि को तोला तो सभी साधन तोल में हल्के पड़ गए और अपने महत्व के कारण भागवत ही सबसे भारी रहा। भगवान श्री कृष्ण खुद अपने मुखारविंद से कहा है कि वह श्रीमद्भागवत में समाए हैं। यह ग्रंथ शाश्वत उन्हीं का स्वरूप है। पठन-पाठन व श्रवण से तत्काल मोक्ष देने वाले इस महाग्रंथ को सप्ताह-विधि से श्रवण करने पर यह निश्चय ही भक्ति प्रदान करता है। अध्यात्म से मानव का सम्यक , सनातन व सर्वांगीण विकास होता है।पवित्र कार्तिक माह में श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र से तमाम तरह के पापों व व्याधियों से मुक्ति मिलती है।मौके पर यजमान वीरेंद्र पांडेय, मंजू देवी सहित ब्रजेश पांडेय, विकास पांडेय, प्रवीण पांडेय आदि मौजूद रहे।