शिक्षा जगत मे अलख जगाने वाले एक शिक्षक अपने जीवन काल में कभी नहीं होते सेवानिवृत्त

जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट



जिले के सोनो प्रखंड के मध्य विद्यालय चुरहेत में कार्यरत शिक्षिका सुधा कुमारी की सेवानिवृति पर शनिवार को विद्यालय परिवार की ओर से विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।इस दौरान विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक राजेश कुमार सिंह ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को जीवन में आगे बढ़ने में गुरु की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। एक शिक्षक अपने जीवन का बहुमूल्य समय नौनिहालों के भविष्य को संवारने में लगा देता है। सरकारी नौकरी में सेवानिवृत्ति एक स्वाभाविक प्रक्रिया है।परंतु एक शिक्षक अपने जीवनकाल में कभी रिटायर्ड नहीं होता है। वह हमेशा अपने छात्र छात्राओं के लिए प्रेरणा स्रोत होते हैं।उन्होंने कहा कि समय सीमा के भीतर सेवानिवृत्त होना नियति है लेकिन सेवा अवधि के दौरान व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य कभी सेवानिवृत्त नहीं होता है। वहीं शिक्षक प्रणव शेखर ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य होते हैं और इसी भविष्य को संवारने में इन शिक्षकों ने कभी कोताही नहीं बरती। सेवानिवृत्त शिक्षक के कार्यों की प्रशंसा करते हुए अन्य शिक्षकों को भी उनका

अनुकरण करने की सलाह दी। कामदेव सिंह ने कहा कि सुधा कुमारी ने अपने कार्यकाल के दौरान कभी इस बात का आभास तक नहीं होने दिया कि वे अब सेवानिवृत्ति के कगार पर पहुंच चुके हैं। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शिक्षक लक्ष्मीकांत पांडेय ने कहा कि विदाई शब्द बड़ा ही मार्मिक होता है लेकिन नियम है कि नौकरी में आने वाले लोगों को एक दिन सेवानिवृत्त होना निश्चित है। जो अपने कार्यकाल में कुछ कर जाते हैं उनका नाम अमिट हो जाता है। सेवानिवृत्त शिक्षिका को विद्यालय परिवार की और से अंग वस्त्र और फूल माला देकर सम्मानित किया गया।मौके पर शिक्षक इंदीवर पांडेय,रेखा कुमारी, अनिल केशरी,सारिका सिंह, सुमित प्रकाश आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कामदेव सिंह ने किया।

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