लोगो ने आज सोनो चौक दुर्गा मंदिर के प्रांगण में संत रैदास मनाई

जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट




जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत आज सोनो चौक पर संत रविदास जयंती मनाई गई संत रविदास जी महाराज ने जातिवाद से ऊपर उठकर कार्य किया है।वो एक दार्शनिक भी थे। उन्होंने लोगों को भक्ति मार्ग पर चलकर लोगों को ईश्वर को प्राप्त करने की सीख दी। उनकी रचना में प्रभु के प्रति प्यार दिखता है। आज भी उनके वचन, दोहे और रचनाएं प्रेरणादायक हैं। खासकर युवाओं को जीने की सीख देते हैं। सोमवार को स्थानीय आदर्श मध्य विद्यालय के मैदान में नवयुवक संघ सोनो के द्वारा संत शिरोमणि गुरु रविदास जी महाराज की 645 वीं जन्म जयंती समारोह के दौरान श्यामसुंदर दास,गौतम दास,दिलीप दास ने उक्त बातें कही। समारोह की शुरुआत अतिथियों द्वारा गुरु रविदास के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर तथा उन्हें नमन कर किया गया। कार्यक्रम में गुरु रविदास के जीवन दर्शन ,उनके विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया गया।गुरु रविदास के विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु रविदास समस्त मनुष्य को एक समाज के अंतर्गत मानते थे। उन्होंने समाज में व्याप्त अस्पृश्यता के कलंक को दूर करने का प्रयास किया तथा समस्त मानव जाति को एक जीव अंश माना है।समाज में मानव – मानव में भिन्नता, असमानता जैसी विचारधारा महाकलंक है। इंसान एक सामाजिक प्राणी है। सामूहिक समाज के निर्माण से ही इंसान देवअंश कहलाता है ।मानव मानव में प्रेम ही महान धर्म है। वहीं दूसरी ओर पैरा मटिहाना में भी संत शिरोमणि रैदास जी महाराज की जयंती धूमधाम से मनाई गई। मौके पर डॉ बी आर अंबेडकर दलित विकास समिति के अध्यक्ष शंभू दास ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास के विचार हमेशा से प्रासंगिक रहे हैं और आज के माहौल में तो हमें संत शिरोमणि रविदास जी महाराज के विचारों को आत्मसात करने की आवश्यकता है। इस दौरान मुखिया प्रतिनिधि अयोध्या मंडल, डॉ बी आर अंबेडकर दलित विकास समिति के पूर्व सचिव भुनेश्वर दास, समाजसेवी गौरव सिंह राठौड़, चंद्रदेव रविदास, शोभी दास, सीताराम दास, रामदेव दास,द्वारिका दास सहित पैरा,धुरपहड़ी, मटिहाना, औरैया, भरतपुर के बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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