झारखंड के इतिहास में डहरे सोहराय ऐतिहासिक होगा: सदानंद महतो

Posted by Dilip Pandey

तोपचांची:शनिवार को तोपचांची प्रखंड अंतर्गत नेरो पंचायत सचिवालय में बृहद झाडखंड कला संस्कृति मंच धनबाद की ओर से डेहरे सोहराय को लेकर तैयारी बैठक की गई।इस बैठक में कुडमि समाज के लोग भारी संख्या में महिला,पुरुष,युवा, युवती मौजूद थे।इस दौरान 81गुषटि, 81 किलोमीटर, 81अखाड़ा बरवाअड्डा से बगोदर तक जीटी रोड के सर्विस लेन में आयोजित कार्यक्रम को सफल करने की चर्चा की गई।यह कार्यक्रम तोपचांची प्रखंड के कोटालअड्डा, कांडेड़ीह, मदैयडीह,मानटाड, तोपचांची बाजार,वाटरबोर्ड मोड, पावापुर,सिंहडीह आदि चिन्हित अखाड़ा में जीटी रोड के सभी कुडमि समाज के लोग अपने ढोल,मांदर,नटवा टीम,झूमर टीम आदि वाद्य यंत्र के साथ मौजूद रहेंगे।इस अवसर पर सदानंद महतो ने कहा कि झाडखंड के इतिहास में डहरे सोहराय ऐतिहासिक होगा।झारखंड की संस्कृति अद्भुत है.12 मास में 13 परब,कुडमियों की भाषा कुडमाली, प्रकृति पूजक,झारखंड के कुडमि 81गोष्टी धारी हैं।इसकी अपनी रीति रिवाज,अपना देव भुतहा, नेगाचारी,कर्मकांड है.कुडमि पहले भी आदिवासी थे, आज भी हैं,और आगे भी रहेंगे. कुडमियों का मुख्य मांग आदिवासी सूची में पुनः सूचीबद्ध किया जाए।इस अवसर पर गिरधारी महतो,ध्रुव महतो, भुवनेश्वर महतो,तुलसी महतो आदि समाज के प्रबुद्ध लोग मौजूद थे।

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