पिछले दिनों समाचार पत्रों से जानकारी मिली कि एक गरीब लिट्टी चोखा बेचने वाले काजल हलधर की दुकान को कुछ असामाजिक लोगों ने आग लगा दी।

पाठशाला का शानदार प्रयास

पिछले दिनों समाचार पत्रों से जानकारी मिली कि एक गरीब लिट्टी चोखा बेचने वाले काजल हलधर की दुकान को कुछ असामाजिक लोगों ने आग लगा दी।
दुकान बांस और प्लास्टिक की छपरी था इसलिए आग लगने के बाद पूरी तरह से उनकी आय का स्रोत समाप्त हो गई। फिलहाल उनसे बात करके जानकारी मिलेगी उनका एक बेटा इंजीनियरिंग भी कर रहा है जिसको इसी लिट्टी चोखा दुकान से प्रतिमाह खर्चा भी भेजते हैं।
इस परिस्थिति में ना तो घर का खर्च चल पा रहा है और ना ही अपने बच्चों को पढ़ा पाएंगे।पाठशाला के संस्थापक देव कुमार वर्मा ने कहा पाठशाला अपनी तरफ से इनके दुकान को फिर से स्थापित करने का प्रयास करेंगी पर यहां इस खबर को साझा करने का एक ही मकसद है कि आपलोग जितना हो सके अपने आसपास के गरीबों की मदद करें और उनको नुकसान ना पहुंचाएं।आजादी का अमृत महोत्सव इससे बढ़िया क्या होगा।

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