ये कलयुग है, यहां उचित अनुचित देखने वाला कोई नही,
मालकेरा पासीटाँड़ की रहने वाली गीता रजवार जो की आज एक महीने से भटमुरना के स्कूल ग्राउंड में रहने में मजबूर है, उनका बेटा जिसका नाम रणजीत रजवार है उसने उसे घर से भगा दिया है, जिस कारण आज वो एक बेसहारो की तरह जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर है,
जो कोई सज्जन इस बूढ़ी चाची को जानता हो, उसके बेटे को समझाकर उन्हें घर पहुचाने का काम करे,,

