धनबाद :झारखंड राज्य सहयोगी सामुदायिक सहायक अध्यापक मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री से मिलकर उन्हें बुके एवं फूल का माला पहना कर स्वागत किया जिसकी जानकारी संघ के प्रदेश महामंत्री सुशील कुमार पांडे ने दिया शिक्षा मंत्री से प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि आप इपीएफ, पेंशन, टेट विसंगति, कल्याण कोष आदि मांगों को सरल बनाते हुए पदाधिकारियों के साथ बैठक कर प्रस्ताव पारित करवाया यह अत्यंत ही सराहनीय एवं प्रशंसनीय कार्य है। प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री को स्वागत करते हुए जिन बातों पर ध्यान आकृष्ट किया
विनोद बिहारी ने शिक्षा मंत्री से कहा की अनुकंपा के नियम में ढिलाई करके सहायक अध्यापकों पर आपने बहुत बड़ी कृपा की है। रिटायर होने के बाद ₹500000 दिया जाएगा यह बेसहारा परिवारों के लिए बहुत बड़ा सहयोग होगा। बिहारी ने शिक्षा मंत्री से कहा की सहायक अध्यापकों के मन में एक संशय है की शायद 10 वर्ष ईपीएफ के पैसा कटने के बाद ही पेंशन मिलेगा और ₹500000 दिया जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो मात्र 20,000 पारा शिक्षक ही इन दोनों का लाभ ले पाएंगे। शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा की एक महीना के ईपीएफ कटानेपर भी इन दोनों का लाभ मिलेगा।नरोत्तम सिंह मुंडा ने शिक्षा मंत्री से कहा कि सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन वर्तमान में बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है। जिन लोगों का वेरीफिकेशन हो गया है उनका भी लिंक नहीं खुल रहा है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन में गति लाने के लिए 11 लोगों को जैक में लगाया गया है। अभी तक 48000 सहायक अध्यापकों का वेरीफिकेशन हो चुका है शेष 17000 का जल्द हो जाएगा। आप लोग चिंता ना करें जब तक पूरे लोगों का वेरिफिकेशन नहीं हो जाता है तब तक आकलन फार्म भरातारहेगा।
विकास कुमार ने शिक्षा मंत्री से निवेदन किए कि पेंशन, कल्याण कोष आदि का लाभ अगर ठीक ढंग से देना चाहते हैं तो सहायक अध्यापकों का सेवा निवृत्ति की उम्र सीमा 65 वर्ष करना होगा।
विनोद तिवारी ने शिक्षा मंत्री से बोले की बढ़ती हुई महंगाई में परिवार का भरण पोषण इतने कम मानदेय में संभव नहीं है। कृपया हम लोग का मानदेय ₹35000 किया जाए। शिक्षा मंत्री बोले की अभी जो मैं दे रहा हूं ले लीजिए। यह अंतिम नहीं है आगे और मैं दूंगा। आप लोग की सारी समस्या मेरे ध्यान में है।