धनबाद: पिछले हफ्ते जामताड़ा जिले के रहने वाले 30 वर्षीय युवक का सड़क दुर्घटना में यह कुल्हा गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया जिससे उनके परिजन इलाज के लिए असमंजस में थे। जामताड़ा जिले के ही एक मरीज जिन्होंने अपना गंभीर इलाज बलियापुर बाईपास रोड स्थित जेपी हॉस्पिटल में सुरक्षित एवं सफलतापूर्वक करवाया था ने क्षतिग्रस्त हुए कुल्हे के मरीज के परिजनों को विलंब ना करते हुए चिकित्सा हेतु जाने के लिए कहा। मरीज के वहां पहुंचते ही हॉस्पिटल के अनुभवी ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर विकास आनंद के नेतृत्व में अपनी टीम द्वारा त्वरित इलाज प्रक्रिया शुरू करते हुए कूल्हे का बहुत ही गहनता पूर्वक सफल इलाज किया गया। डॉक्टर विकास आनंद ने बताया कि इस मरीज का दाहिना कुल्हा -एसिटाबुलम और दाहिना कुल्हा का बॉल- नेक्फीवर गंभीर रूप से छतिग्रस्त था जिसे सफल करना किसी भी डॉक्टर के लिए चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन था। जेपी हॉस्पिटल में मरीज के कूल्हे को दो बार ऑपरेशन किया गया। पहले ऑपरेशन में दाहिने बॉल को जोड़ा गया और कुछ दिनों बाद एसिटा बुलम की सर्जरी गई। इस ऑपरेशन को बिल्कुल नई तकनीक स्टूपा से की गई जिसे करने में 4 घंटे लगे। ऑपरेशन में अनेसथीसीयन डॉ.रूपाली सिंह और सर्जरी टीम में डॉ. विकास आनंद के साथ डॉ. अविनाश थे। जेपी हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर नित्यानंद मंडल ने कहा हमारे हर विभाग के अनुभवी एवं विशेषज्ञ डॉक्टर मरीज के जटिल से जटिल रोगों का बहुत ही गहनता पूर्वक पूर्व से ही चुनौतीपूर्ण इलाज करते आए हैं जिनका बहुत ही सुखद परिणाम सामने आया है और सबसे बड़ी बात बाहर इलाज करवाने की तुलना में हमारे हॉस्पिटल में किसी भी ऑपरेशन चिकित्सा में खर्च बहुत ही न्यूनतम जो मरीजों के लिए राहत पूर्ण है। समस्त झारखंड के मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सुविधा देना जे.पी. हॉस्पिटल का संकल्प है जिसमें हमारे हर विभाग के डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों का महत्वपूर्ण त्वरित सक्रिय योगदान है। जेपी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर प्रबंधन का सामाजिक दायित्व प्रथम कर्तव्य है।
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