DHANBAD:(तोपचांची अंचल) अन्तर्गत मौजा – अमलखोरी में माँ छिन्नमस्तिका स्टोन माइन्स एवं सोन बाबा स्टोन माइन्स दोनों का प्रोपराईटर डिहचन्द मेहता व अन्य है जो डोमचाँच, जिला- कोडरमा के निवासी है का पत्थर खदान सन् 2019-20 से चल रहा है एवं श्री बालाजी स्टोन क्रशर प्रो०- राम रतन संघाई द्वारा पत्थर क्रशर का सन् 2020 से संचालित किया जा रहा है, जिसे प्रति-दिन 70 से 100 हाईवा ओवर लोडिंग और ओवरहाईट पत्थर का ढुलाई ग्रामीण रास्ते के माध्यम से किया जा रहा है, ग्रामीण रास्ते के मुहाने में मात्र 10 से 12 फीट का रास्ता है और एक हाईवा के गुजरने के समय उसमे एक बाईक जाने का रास्ता भी नहीं बचता है और हमेशा हादसा होने का भय बना रहता है इसी भय के कारण शुरुआत में ही विरोध कर रास्ते को बन्द कराया गया था लेकिन उस वक्त क्रशर मालिक एवं खदान मालिक ने ग्रामीणो से तीन महिने के लिए उक्त ग्रामीण रास्ते का उपयोग करने का अनुरोध किये थे और वादा किये थे कि इतने समय में हमलोग कोई दूसरा वैकल्पिक रास्ता निकाल लेंगे। लेकिन आज तक कोई दुसरा वैकल्पिक रास्ता नहीं निकाला गया है और अब क्रशर संचालक एक खदान संचालक गुंडई पर उतर आए है विरोध करने पर वो कहते हैं कि तुमलोग रास्ता को बंद करके दिखावो और हम लोग इसी ग्रामीण रास्ते से अपना हाईवा चलाकर दिखाऐंगे, उनलोगों ने गाँव के ही कुछ दबंग लोगों को कुछ रूपयों का लालच देकर अपने साथ मिला लिये हैं और विरोध करने पर उन्हीं लोगो द्वारा गरीब ग्रामीणों को धमकाया जा रहा है जिससे उक्त ग्रामीण रास्ते के मुहाने पर स्थित मकान मलिकों के बच्चे हादसे के डर से अपने अपने घरों में दुबके रहते हैं एवं घरों के बाहर निकलकर बच्चे खेल नहीं पाते हैं सभी हाईवा में बोल्डर एवं गिट्टी ओवरलोडिंग व ओवरहाईट में चलने के कारण हमेशा रास्ते पर बोल्डर गिरने का डर बना रहता है जिससे कभी भी राहगीरों एवं हमारे बच्चों के साथ कोई अप्रिय दुर्घटना घट सकती है और किसी की भी जान जा सकती है ।
क्रशर संचालक एवं माईन्स संचालक अपनी पहुँच बड़े अधिकारीयों और बड़े बड़े नेताओं तक होने की बात करते हैं और बोलते हैं कि कहीं भी लिख- पढ़ लो हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे ।
हम ग्रामीण बहुत ही दहशत में जी रहे हैं और संबंधित विभाग के अधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि जल्द से जल्द उक्त ग्रामीण रास्ते से हाईवा का परिचालन बंद किया जाए ।





