गोविंदपुर के 150 परिवारों ने लगाई बेदखल होने से बचाने की गुहार
अपर समाहर्ता श्री विनोद कुमार ने शुक्रवार को आयोजित जनता दरबार में विभिन्न लोगों की फरियाद सुनी।
DHANBAD:(DHANBAD) इसमें गोविंदपुर के कंगालो मौजा से आए ग्रामीणों ने अपर समाहर्ता को बताया कि उक्त स्थान पर विगत 65 वर्षों से आदिवासी और पिछड़ी जाति के 150 परिवार के लगभग 600 सदस्य झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहते आ रहे हैं। उनको सरकार द्वारा पानी टंकी, आंगनबाड़ी केंद्र, कुआं, चापाकल, शौचालय, इंदिरा आवास, प्रधानमंत्री आवास, अबुआ आवास, पीसीसी सड़क इत्यादि सुविधाएं मिली है। ग्रामीणों ने बताया कि एक भू-माफिया द्वारा ग्रामीणों को जमीन खाली करने के लिए धमकाया जा रहा है। जबकि सभी ग्रामीण गरीब और भूमिहीन हैं। उन्होंने भू-माफिया के आतंक से और जमीन से बेदखल होने से बचाने की गुहार लगाई। इस पर त्वरित संज्ञान लेकर अपर समाहर्ता ने गोविंदपुर के अंचल अधिकारी को पूरे मामले की जांच कर अविलंब कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
वहीं कोलाकुसमा कोड़ाडीह से आए एक बुजुर्ग ने बताया कि उनके संबंधी जमीन हड़पने के लिए साजिश कर तीन माह के बाद मनगढ़ंत घटना बनाकर उनके विरुद्ध एक झूठी प्राथमिकी सरायढेला थाना में दर्ज कराई है। अपर समाहर्ता ने सरायढेला के थाना प्रभारी को मामले की जांच करने का आग्रह किया।
जबकि तेतुलमारी के नगरीकला से आई दो बुजुर्ग महिलाओं ने बताया कि उनके पूर्वजों की 300 एकड़ जमीन है। इसमें से 5 से 7 एकड़ जमीन शक्ति चौक 8 लेन सड़क के बगल में है। इस जमीन को हड़पने की नीयत से 4 लोगों ने बहला फुसलाकर गलत एग्रीमेंट बनाकर जमीन हड़पने का षड्यंत्र रचा है। महिलाओं ने बताया कि वे साक्षर नहीं है। चारों दबंग बिना जमीन का मूल्य चुकाए जबरन उनसे कागजातों पर हस्ताक्षर करने के लिए प्रताड़ित करते हैं।
जनता दरबार में आदिवासी जमीन पर जबरन कब्जा करने, म्यूटेशन कराने, बेटा द्वारा पिता से दुर्व्यवहार करने और उन्हें लीगल नोटिस भेजने, निजी विद्यालय द्वारा फीस में अप्रत्याशित वृद्धि करने एवं री-एडमिशन फीस नहीं देने पर किताब नहीं देने, जमीन दलाल द्वारा रैयती जमीन बताकर सीएनटी एक्ट की जमीन देने सहित अन्य आवेदन प्राप्त हुए।
जनता दरबार में सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा श्री नियाज अहमद, जनशिकायत कोषांग के प्रधान लिपिक श्री नंदकिशोर कुशवाहा भी मौजूद थे।

