जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत
सोनो पुलिस के पास जब्त वाहनों को रखने के लिए न तो चिन्हित स्थान है और न ही व्यवस्था।इस कारण भारी वाहनों को थाना के सामने एनएच के किनारे खड़ा कर दिया जाता है। जब तक जुर्माना वसूली अथवा न्यायालय से वाहन छोड़ने का आदेश नहीं आता तब तक भारी वाहन यूं ही सड़क किनारे खड़े रहते हैं।
लिहाजा महीनों तक हाईवे के किनारे जब्त वाहन खड़े रह जाते हैं। इस कारण यातायात व्यवस्था तो प्रभावित होती है, दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है।लिहाजा सड़कों को जाम से मुक्त रखने की जिम्मेदारी संभालने वाली पुलिस खुद अपने कार्यों से इनदिनों प्रखंड के आम लोगों को
परेशानी में डाल रखी है। यहां थाना के सामने एनएच 333ए पर ही जब्त वाहनों को खड़ा किया गया। इनमें से कई ट्रक महीनों से जब्त है। जब्त ट्रकों के सड़क के किनारे खड़ा रहने से अन्य वाहनों के साथ ही पैदल चलने वाले लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।बता दे कि इसी सड़क से प्रखंड कार्यालय, अस्पताल, पशु चिकित्सालय आदि प्रमुख स्थानों पर प्रतिदिन लोगों का आवागमन होता है। इतना ही नहीं थाना परिसर के बगल में ही हाई स्कूल स्थित होने से बच्चे भी इसी सड़क से विद्यालय आते जाते हैं। सड़क की आधी चौड़ाई तक जब्त वाहनों के खड़े रहने से सड़क सकरी हो गई है। पुलिस की
अनदेखी से यहां हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।शुक्रवार को भी एनएच के किनारे खड़े इन जब्त वाहनों के कारण गिद्धौर निवासी शिक्षक साजन कुमार दुर्घटनाग्रस्त हो गया।वह बाइक से चकाई से अपने घर गिद्धौर लौट रहा था। वहीं दूसरी ओर सड़क के किनारे, निवास करने वाले स्थानीय लोगों को भी अपने घरों तक पहुंचने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।वो अपने वाहन, यहां तक की बाइक को भी घर पर ले जाने में परेशान हो रहे हैं। साथ ही थाना परिसर के बाहर खड़े इन जब्त वाहनों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा होता है लेकिन इन सबके बाद भी सड़क पर खड़े किए गए जब्त वाहनों को वहां से हटाने के प्रति पुलिस उदासीन बनी हुई है।