जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चरकापत्थर थाना क्षेत्र के लालीलेवार गंडा गांव के ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक अलीहुसैन अंसारी के खिलाफ दर्ज मुकदमे को साजिश करार दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि शिकायतकर्ता सूरज कुमार न तो गांव का निवासी है और न ही वह सरस्वती पूजा के दौरान वहां मौजूद था।ग्रामीणों के अनुसार, प्रधानाध्यापक ने किसी को पूजा करने से नहीं रोका और न ही प्रतिमा को कमरे में बंद किया। कुछ ग्रामीणों की नाराजगी के कारण अफवाहें फैलीं, जिसका फायदा उठाकर सूरज कुमार ने झूठा मुकदमा दर्ज कराया।ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से सूरज कुमार के मोबाइल की लोकेशन की जांच कर सच्चाई सामने लाने की मांग की है। उनका कहना है कि सूरज कुमार झाझा प्रखंड का निवासी है, जो गांव से 25 किलोमीटर दूर रहता है। इस संबंध में प्रखंड प्रमुख शीला देवी, मुखिया मीरा देवी, सरपंच सरयू यादव और अन्य पंचायत प्रतिनिधियों व दर्जनों ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन सौंपा है।बता दें कि सरस्वती पूजा के दौरान प्रधानाध्यापक अलीहुसैन अंसारी पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने मां सरस्वती की प्रतिमा को बिना पूजा किए कमरे में बंद कर दिया। ग्रामीणों के विरोध के बाद सीओ सुमित कुमार आशीष मौके पर पहुंचे और प्रतिमा को बाहर निकालकर पूजा संपन्न कराई। इसी मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सूरज कुमार ने चरकापत्थर थाना में प्रधानाध्यापक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।अब ग्रामीण इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं ताकि प्रधानाध्यापक को बेवजह फंसाने की कोशिश को उजागर किया जा सके।


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