धनबाद:धनबाद के प्रतिष्ठित स्वयंसेवी संगठन संस्थानों में शामिल पाठशाला एजुकेशनल ट्रस्ट के कार्यों को देखने और उस पर अध्ययन करने हेतु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर के प्रबंधन के 8 छात्रों ने पाठशाला के विभिन्न शाखाओं का दौरा किया और अध्ययन की रूपरेखा प्रारंभ की l
बताते चले यह सभी छात्र भारत राज्य के विभिन्न कोने-कोने से पहुंचे हैं जिसमें कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के छात्र शामिल है lराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर के छात्रों ने सबसे पहले टुंडी प्रखंड में मौजूद चेतना महाविद्यालय का दौरा किया और वहां पर जैविक खेती, पशुपालन तथा प्राकृतिक चिकित्सा की बारीकियां समझी इसके अलावा आदिवासी बच्चों के लिए एकलव्य विद्यालय शहराज का भी भ्रमण किया और वहां पर मौजूद करीब 500 बच्चों के बीच अपनी बातें रखें lइस पूरे आयोजन की रूपरेखा पाठशाला के संस्थापक और ख्याति प्राप्त कोयला अधिकारी डॉ. देव कुमार वर्मा ने की।शहराज में स्थित चेतना महाविद्यालय में छात्रों का स्वागत शैलेंद्र सिंह जी ने किया।
पाठशाला द्वारा सभी बच्चों को स्वागत कीट देकर दिया गया।छात्रों ने बातचीत में बताया कि वह 12 से 15 दिन के बीच पाठशाला के विभिन्न शाखाओं में साथ ही साथ विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण कर ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही विकास की गतिविधियों के अध्ययन करेंगे और अपनी रिपोर्ट एनआईटी दुर्गापुर और पाठशाला प्रशासन को सौंपेंगे।कर्नाटक से आए हुए दीपक बताते हैं कि उन्हें हिंदी का बिल्कुल ज्ञान नहीं है लेकिन फिर भी वह इस सेवा कार्य को देखकर फलीभूत है और उम्मीद करते हैं कि इस अध्ययन प्रवास में बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
उसी तरह उड़ीसा से आए हुए सौम्या गुरु ने बताया कि कोयले के क्षेत्र में जीवन इतना कठिन है इसका उनको एहसास नहीं था लेकिन पाठशाला का कार्य को देखते हुए समाज सेवा की भावना मन में जागृत हुई है।
छात्रों में उत्तर प्रदेश से अभिषेक यादव, बिहार से भास्कर वर्मा और धनबाद के ज्योति, अंजलि और जीशान बारी शामिल हुए हैं l

