आज, 26 फरवरी 2025, महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर प्रयागराज में महाकुंभ का अंतिम शाही स्नान आयोजित हो रहा है। इस महत्वपूर्ण दिन पर लगभग 2 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम में स्नान करने की संभावना है।
महाशिवरात्रि के इस अंतिम अमृत स्नान के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने व्यापक तैयारियाँ की हैं। भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष योजनाएँ बनाई गई हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
इस अवसर पर, संगम क्षेत्र में पाँच शुभ योग बन रहे हैं, जो स्नान का महत्व और भी बढ़ा देते हैं। इन शुभ योगों में स्नान करने से भक्तों को विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
महाकुंभ 2025 में कुल छह शाही स्नान निर्धारित थे, जिनमें से आज का स्नान अंतिम है। इस महायोग में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति और पापों से मुक्ति की मान्यता है।
भीड़ की विशालता को देखते हुए, प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधा के विशेष इंतजाम किए हैं, ताकि सभी श्रद्धालु सुगमता से स्नान कर सकें और पुण्य लाभ अर्जित कर सकें।

