आपसी सामंजस्य मे कमी और बिभागिय उदासीनता का खामियाजा अनियंत्रित हुआ भीड

जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट

जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत प्रशासन को इस बात की पूर्वाभास रहने के बाद भी कि सोमवार को नामांकन के दौरान भारी भीड़ रहने बाली है के बाबजूद भीड़ नियंत्रित व विधि वयस्था संधारण को लेकर पहले से कोई प्रभावी रणनीति तैयार नहीं करना एक बहुत ही बड़ी प्रसासन की भूल माना जाएगा। आज के नामांकन मे उमड़ती भीड़ देख किसी भी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता है। आज भीड़ की सुरक्षा भगवान के भरोसे दिखी। इस भीड़ को नियंत्रित करने या विधि व्यवस्था को संचालित करने के लिए कभी भी आपस में सामंजस्य नहीं बिठाया गया जिस कारण यह खामियाजा भुगतना पड़ा । अगर प्रखंड प्रशासन चाहती तो सोनो बाजार, सोनो चौक व प्रखंड कार्यालय से 100 ,200 मीटर पूर्व वेरिकेटिंग कर प्रत्याशियों के समर्थकों की भीड़ को नियंत्रित कर सकती थी । तानाशाह प्रशासन इसे हल्के में ले कर आंक रही थी । परंतु यह प्रशासन की भूल थी । लेकिन ऐसा किया नहीं जा सका जिसके कारण नामांकन करने आये प्रत्याशियों के साथ साथ उनके साथ आये सैकड़ो सैकड़ो के संख्या में वाईक सवार व अन्य संसाधन से समर्थक सोनो पहुँच गये जिससे सोनो में जाम की स्थिति भयावह हो गई। सोनो थाना के सारे पदाधिकारी और बल इस भीड़ को नियंत्रित करने में पसीने पसीने हो गए फिर भी भीड़ बेकाबू होती जा रही थी । धूप से परेशान महिलाएं गस्त खाकर गिर रही थी ना तो सही से पानी की व्यवस्था थी और ना ही धूप से बचने के लिए कोई उचित व्यवस्था था ऐसा लग रहा था मानो किसी सिनेमा हॉल का टिकट कट रहा है जबकि यह किसी प्रत्याशी का नामांकन हो रहा था। प्रखंड में नामांकन की प्रक्रिया के दौरान लचर व्यवस्था को देखकर बिफरे जनप्रतिनिधि कहा ना पानी की व्यवस्था है और ना धूप से बचने की , इससे प्रखंड को कोई लेना देना नहीं त्रिस्तरीय पंचायत के विभिन्न पदों प्रखंड कार्यालय नामांकन करने आये प्रत्याशियों व उनके वाईक सवार, व विभिन्न प्रकार के वाहनों से आये समर्थकों के भीड़ के कारण सोनो बाजार सोनो चौक,से लेकर मंजरों तक जाम की स्थिति बनी रही वाहन रेंगती रही रुक रुक कर जाम लगती रही।नामांकन करने आये कई प्रत्याशियों को घण्टों जाम में फंसे रहे।भीड़ नियंत्रण को लेकर लगाये गये पुलिस जवानों के साथ कई बार प्रत्यासियों के समर्थकों के साथ झड़प की भी सूचना मिली है। भीड़ के सामने उनके नियंत्रण के लिये लगाये गये पुलिस की संख्या नगण्य दिखी। और प्रखंड की व्यवस्था नदारद ।

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