Posted by Dilip Pandey
धनबाद : धनबाद बार एसोसिएशन की शुक्रवार को आमसभा हुई। इसमें अधिवक्ताओं को दो-दो हजार रुपए सम्मान राशि देने की घोषणा की गई। तीन घंटे तक चली सभा के दौरान कई बार हो हंगामा भी हुआ।ई वक्ताओं ने चैंबर आवंटन में पारदर्शिता नहीं अपनाने, वित्तीय अनियमितता का आरोप कमेटी पर लगाया। वहीं कई अधिवक्ताओं ने बार व बेंच के बीच समन्वय नहीं होने की बात कही तथा जन भावनाओं का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाया।आमसभा के दौरान 28 कोर्ट भवन के नीचे बैठ रहे अधिवक्ताओं को जगह खाली करने संबंधी आदेश का विरोध किया गया। झारखंड बार काउंसिल की स्टीयरिंग कमेटी के चेयरमैन राधेश्याम गोस्वामी व कार्यकारिणी सदस्य प्रयाग महतो ने विरोध करते हुए कहा कि 28 कोर्ट भवन के नीचे बैठ रहे अधिवक्ताओं को हटाने का प्रयास किया गया तो मिडिएशन की कार्यवाही में धनबाद बार एसोसिएशन के कोई भी मिडिएटर व अधिवक्ता शामिल नहीं होंगे।सभा को संबोधित करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्र सहाय ने कमेटी के कार्यकाल की ऑडिट रिपोर्ट पेश की और कहा कि हमने बार का विकास और अधिवक्ताओं के कल्याण को ध्यान में रखकर काम किया है।एसोसिएशन के महासचिव जीतेंद्र कुमार ने कहा कि विरोध करना स्वस्थ प्रजातंत्र के लिए आवश्यक है परंतु एसोसिएशन के पदाधिकारियों की गरिमा का सम्मान हर कीमत पर होना चाहिए। उन्होंने 28 कोर्ट भवन के नीचे बैठ रहे अधिवक्ताओं को हटाए जाने की बात पर जोर देते हुए कहा कि जब तक अधिवक्ताओं को बैठने के लिए सम्मान पूर्वक स्थान नहीं दूंगा, तब तक 28 कोर्ट भवन के नीचे से कोई अधिवक्ता नहीं हटेंगे। उन्होंने अधिवक्ताओं को दो-दो हजार रुपए सम्मान राशि देने की घोषणा की।सभा के दौरान गजेंद्र चौहान, एचएन सिंह, मुकुल तिवारी, प्रयाग महतो, राधेश्याम गोस्वामी, धनेश्वर महतो, पीके ओझा, आसीत कुमार, संतोष कुमार, अमित कुमार सिंह, अनिल त्रिवेदी, विजय पांडे, सहदेव महतो, कुमार मनीष, दीपक साह, विदेश दां समेत दर्जनों अधिवक्ताओं ने अपने विचार रखे।