धनबाद : एक जिला के उपायुक्त की आदेशों की अगर धजिया कहीं पर उड़ रही है तो इसके जवाबदेही स्थानीय पुलिस, बीडीओ,सीओ व अन्य अधिकारियों की होती है। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है, यहां पर कार्यवाही के बजाय प्रशासनिक अधिकारी मुख्य दर्शक बने हुए हैं। जिससे यह साबित होता है कि कहीं ना कहीं स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इस सिंडिकेट से जुड़े हुए हैं या फिर उनके आदेश से ही यह काम हो रहा है , जी हां हम बात कर रहे हैं धनबाद जिला के पंचेत ओपी क्षेत्र की जहां पंचेत MH टाइप बालू घाट से बड़े पैमाने पर बालू की उठाओ हो रही है और उसे तस्करी किया जा रहा है। शाम होते ही बालू घाट पर ट्रैक्टरों की लाइन लग जाती है और बालू लोड कर ट्रैक्टर सड़कों पर सरपट दौर रही है। यह खेल तस्करी कई दिनों से चल रहा है। बताया जाता है कि NGT के दौरान भी रात के अंधेरों में घाट से बालू तस्करी होती रही है। फिलहाल झारखंड में बालू घाटों से बालू उठाव का काम बंद है। अवैध खनन को लेकर धनबाद डीसी वरुण रंजन और एसएसपी संजीव कुमार के नेतृत्व में लगातार बैठक हो रही है साथ ही सभी थाना प्रभारी वह अंचल अधिकारी को कहा जा रहा है कि अवैध बालू खनन करने वालो को चिन्हित कर कार्यवाही करे। और इसे रोक लगाए जाय। लेकिन ऐसा नही हो रहा है, आदेशों का पालन धरातल पर नही होती है। सिर्फ उनके आदेशों का धज्जियां उड़ाया जाता है। उनके प्रशासनिक अधिकारी सिर्फ वरीय अधिकारियों के आदेशों को सुनते हैं और पालन इनके इच्छा के अनुसार होती है। सिटी लाइव लगातार पंचेत के बालू तस्करी का खबर को प्रकाशित कर रही है लेकिन पंचेत प्रभारी इस पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। सूत्र बताते हैं कि यह एक बड़े सिंडिकेट के साथ पंचेत MH टाइप बालू घाट से बालू उठाया जा रहा है और तस्करी हो रही है । प्रत्येक गाड़ी पर ₹500 का कमीशन स्थानीय पुलिस को दिया जाता है और प्रत्येक दिन 20 से 25 गाड़ी ट्रेक्टर चलाने का आदेश दिया गया है।जिसके कारण पुलिस कार्रवाई नहीं करी है। शाम होते ही पूरे रात बालू तस्करी होती है। अब पुलिस कार्रवाई करें भी तो कैसे जब एक मोटी रकम मिले तो । इधर अवैध खनन पर ईडी के कार्यवाही पूछताछ लगातार झारखंड में हो रही है। जिसके वावजूद भी पंचेत थाना के प्रभारी कार्यवाही नही कर रही है। न ही सीओ, जिला खनन अधिकारी के द्वारा कार्यवाही हो रही है। यह कितनी शर्मनाक बात है।
इस संबंध में हमारे संवाददाता जब भी पंचेत प्रभारी से दूरभाष पर बात करने का प्रयास करते है तो ओपी प्रभारी नीरज झा फोन उठाना जरूरी नही समझते है। उन्हें लगता है कही किसी सवाल के जवाब न दे सकू। बरहाल अब सवाल यह है कि आखिर कब तक वरीय अधिकारियों के आदेशों की धज्जियां पंचेत में उड़ते रहेंगे। और कब तक अवैध पंचेत में बालू का अवैध खनन होता रहेगा । खबर प्रकाशित होने के बाद पंचेत में बालू के अवैध उठाओ पर रोक लगेगी या फिर धनबाद जिला के पूरे प्रशासनिक अमला मुखदर्शक बनी रहेगी।
वही इस संबंध में कलियासोल अंचल के प्रभार में नियुक्त सीओ कृष्ण कुमार मरांडी ने कहा कि सूचना मिली है । इस पर कार्यवाही की जाएगी जिन घाटों का टेंडर हुआ है सिर्फ वही से बालू उठाव होगा जो अवैध है वहां से बालू का उठाओ किसी भी हाल में नहीं होने दिया जाएगा। मैं अभी बालू घाट पर हु कोई गाड़ी नही है। सवाल यह है जब बालू उठाव रात में होती है फिर सीओ साहब दिन में क्यो गए है।
वही इस संबंध में दूरभाष पर कलियासोल अंचल में सीओ के प्रभार में नियुक्त सीओ कृष्ण कुमार मरांडी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सूचना मिली है. इस पर कार्यवाही की जाएगी जिन घाटों का टेंडर हुआ है सिर्फ वही से बालू उठाव होगा।
मैं अभी बालू घाट पर हु कोई गाड़ी नही है। सवाल यह है जब बालू उठाव रात में होती है फिर सीओ साहब दिन में क्यो गए है।