Posted by Dilip Pandey
झारखण्ड राज्य बाल संरक्षण संस्था महिला बाल विकास एवम सामाजिक सुरक्षा विभाग झारखण्ड रांची के निर्देशानुसार चाईल्ड हेल्प लाइन सेवा विस्तार हेतु नामित चाइल्ड हेल्प लाइन धनबाद के तीन कर्मी अजमत फातिमा, मो मोफिज, हुबलाल दास को धनबाद जिला चाईल्ड हेल्प लाइन ई आर एस एस 112/1098 कॉल सेन्टर के लिए नामित किया गया था। दुःख के साथ कहना पड़ रहा है की चाईल्ड हेल्प लाइन में वर्षो से सेवा देने के बावजूद मिशन वात्सालय योजना जिला स्तर पर चाईल्ड हेल्प लाइन सेवा विस्तार में हम सभी को नही रखा गया माह सितम्बर से दिसम्बर 2023 तक अब तक के कार्य संबंधी मानदेय भी प्राप्त नहीं हुआ है इसके बावजूद नामित चाईल्ड हेल्प लाइन डीसीपीयू यूनिट धनबाद कर्मी 1098 जरूरत मंद बच्चों के केसेस जो गुमशुदा , यौन शोषण, बाल विवाह, बाल मजदूरी , बाल तस्करी, जिनको सेहत शिक्षा खाने पीने आदि सुविधाएं या न्याय नहीं मिल पाता था एवम घरेलू हिंसा से परेशान और आर्थिक रूप से परेशान बच्चों की सहायता कर चाईल्ड हेल्प लाइन कॉल सेंटर का सफल संचालन करता रहा और सभी केस पर अटेंड करते हुए जरूरत मंद एव असहाय बच्चों की सहायता के लिए 24*7 रात दिन कार्य किया गया
परन्तु इतना गंभीरता से कार्य करने के बावजूद झारखण्ड सरकार ने हमे कार्य से रद्द कर दिनाँक:- 26/12/2023 को नए कर्मी को बहाली कर उन्हे नए स्तर से बिना अनुभव के चाईल्ड हेल्प लाइन कार्यों से संबधी किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं होने पर भी रखा गया और नए चाईल्ड हेल्प लाइन कर्मी को उनके आते ही पूर्व कर्मी को हटा दिया गया। जिसकी आलोचना हम सभी पूर्व चाईल्ड हेल्प लाइन कर्मी द्वारा किया जा रहा है जो बच्चों के अधिकार के लिए लड़ते थे आज खुद की अधिकार पर आवाज उठा रहे है। दुःख की बात है करोना काल जैसे इतने विकट परिस्थितियों में भी इतने समय से सेवा देने के बावजूद अनदेखा कर दिया गया ।