Posted by Dilip Pandey
धनबाद : विश्व प्रसिद्ध हमारे देश में एक राष्ट्रीय पक्षी भी है,एक राष्ट्रीय पशु भी है, एक राष्ट्रीय गान भी है तथा एक राष्ट्रीय नदी भी है लेकिन अब तक एक राष्ट्रीय भाषा नहीं है। लेकिन इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर अब तक ध्यान नहीं दिया गया। शासन अध्यक्ष का ध्यान इस ओर अब तक नहीं हुआ है।तभी काशीवासी के हृदय में या ख्याल आया और इसको लेकर नारायण ने एक अभियान चलाया है,प्रण लेकर कि देश में हिंदी के लिए एक ऐतिहासिक आंदोलन चलाया है।अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद की ओर से चलाये इस अभियान में भारी संख्या में लोग इस मुहिम को समर्थन दे रहे हैं।इस हिंदी यात्रा अभियान अपनी पथ पर निकल चुकी है।जरूरत है इसे भरपूर समर्थन देकर मुहिम को सफल बनाने और इसके प्रति समर्पण देने की।यह जानकारी मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चंद तिवारी ने दी है।