धनबाद. मंगलवार को विधुत कर्मियों ने अपने लंबित मांगों की पूर्ति के लिए झारखण्ड राज्य बिजली कामगार यूनियन के बैनर तले धनबाद डीविजन से मोटर साईकिल हल्ला बोल रैली निकाली. रैली रणधीर वर्मा चौक से होते हुए विद्युत आपूर्ति अंचल, धनबाद कार्यालय तक गई जहां एक गेट मीटिंग हुई.गेट मीटिंग में आये कर्मियों को संबोधित करते हुए यूनियन के प्रदेश महामंत्री राम कृष्णा सिंह ने कहा कि चार-चार बार समझौता होने के वाहजूद झारखण्ड उर्जा विकास निगम लिमिटेड मांगों की पूर्ती नही कर रहा है। इस बार भी 11 अगस्त को महाप्रबंधक कार्मिक सह सामान्य प्रशासन से द्विपक्षीय समझौता रांची
में हुआ जिसमे तय हुआ कि 15 दिनों के अंदर 6 प्रतिशत उर्जा भत्ता का निर्णय लिया जायेगा लेकिन नहीं किया गया।
इसके पहले से ही तय था कि 12 स्थानांतरित कर्मियों का स्थानांनतरण कर दिया जायेगा लेकिन नहीं किया गया जबकि 67 नए कर्मियों का स्थानांनतरण कर दिया गया इस तरह यूनियन की उपेक्षा की गई।स्नातक उर्त्तीण कर्मियों का लिपिक पद पर नियुक्ति नहीं किया गया। जिन कर्मी का 2009 में नियुक्ति हो चुकी थी उसे बेवजह रिभट कर दिया गया। 10 साल से ओभरटाईम का भुगतान धनबाद अंचल में नहीं किया गया जबकि प्रतिमाह 37 करोड़ की राजस्व वसूली हो रही है।
सभी जगह अभियंताओ की कमी है एक-एक अभियंता को तीन-तीन जगहों का चार्ज दिया हुआ है जबकि डिग्री डिप्लोमा उतीर्ण कर्मी बैठे हुए है। छुट्टी के दिन रविवार को भी डयूटी लिया जाता है लेकिन उसका अफिसियेटिंग नहीं दिया जाता है। यहां 22 साल से एक ही पद -. पर कर्मी कार्यरत है लेकिन पदोन्नति नहीं दी जा रही है जिससे कर्मियों में असंतोष एवं आक्रोश है जिसका नतीजा है हल्ला बोल रैली जो पूरे राज्य में तबतक चलेगा जबतक मांगो की पूर्ति नहीं हो जाती.श्री सिंह ने घोषणा किया की अब कोई समझौता नहीं बल्कि हड़ताल का ही सहारा लेना पड़ेगा।
मुख्य मांगों में 6 % उर्जा भत्ता देना, 2700/ग्रेड-पे को 3000/करना,काल अवधि समाप्त होते हुए पदोन्नति देना,पुराना पेंशन लागू करना, बदली किये गये कामगारो को वापस करना,ओभर टाईम का भुंगतान करना त्योहार अग्रिम रू0 10000 – करना शामिल रही.