जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
आजकल की बच्चियां सुरक्षा के दृष्टिकोण से बच्चियों को पढ़ाई के साथ-साथ निडर व निर्भीक बनाने के लिए रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत उन्हें कराटे का दाव पेंच सिखाया जा रहा है। उन्हें आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं। दरअसल राज्य परियोजना निदेशक, बिहार शिक्षा परियोजना के निर्देश पर जिले में संचालित सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की 100 एवं सम्बद्ध मध्य विद्यालय की 50 बालिकाओं को राज्य स्तरीय चयनित मार्शल आर्ट प्रशिक्षकों द्वारा 36 दिनों का कराटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण दो चरणों में 16 सितंबर व 8 नवंबर से प्रारंभ है। पहले चरण में खैरा, जमुई, झाझा, सिकंदरा,सोनो स्थित कस्तूरबा बालिका विद्यालय व इससे सम्बद्ध मध्य विद्यालय के बच्चियों का प्रशिक्षण आयोजित
किया जा रहा है तो दूसरे चरण में 8 नवंबर से बरहट, चकाई, गिद्धौर,अलीगंज, लक्ष्मीपुर व इससे सम्बद्ध मध्य विद्यालय की बच्चियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्राथमिक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा जमुई सीमा कुमारी ने बताया कि कराटे का प्रशिक्षण रविवार एवं राजकीय अवकाश को छोड़कर प्रत्येक दिन विद्यालय समाप्ति के एक घंटे पूर्व आयोजित की जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान विद्यालय के एक शिक्षक या शिक्षिका को उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है।