जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत आज स्थानीय दुर्गा मंदिर में संत शिरोमणि गुरु रविदास जी महाराज की 647 वीं जन्म जयंती समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह की शुरुआत अतिथियों द्वारा गुरु रविदास के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर तथा उन्हें नमन कर किया गया। कार्यक्रम में गुरु रविदास के जीवन
दर्शन ,उनके विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया गया।गुरु रविदास के विचारों को व्यक्त करते हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदयनारायण चौधरी ने कहा कि गुरु रविदास समस्त मनुष्य को एक समाज के अंतर्गत मानते थे। उन्होंने समाज में व्याप्त अस्पृश्यता के कलंक को दूर करने का प्रयास किया तथा समस्त मानव जाति को एक जीव अंश माना है।संत रविदास जी महाराज ने जातिवाद से ऊपर उठकर कार्य किया है।वो एक दार्शनिक भी थे। उन्होंने लोगों को भक्ति मार्ग पर चलकर लोगों को ईश्वर को प्राप्त करने की सीख दी। उनकी रचना में प्रभु के प्रति प्यार दिखता है। आज भी उनके वचन, दोहे और रचनाएं प्रेरणादायक हैं। खासकर युवाओं को जीने की सीख देते हैं। कार्यक्रम में गुरु रविदास के जीवन दर्शन ,उनके विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया गया।गुरु रविदास के विचारों को व्यक्त करते हुए बिहार सरकार के पूर्व मंत्री विजय प्रकाश ने कहा कि गुरु रविदास समस्त मनुष्य को एक समाज के अंतर्गत मानते थे। उन्होंने समाज में व्याप्त अस्पृश्यता के कलंक को दूर करने का प्रयास किया तथा समस्त मानव जाति को एक जीव अंश माना है।समाज में मानव – मानव में भिन्नता, असमानता जैसी विचारधारा महाकलंक है। इंसान एक सामाजिक प्राणी है। सामूहिक समाज के निर्माण से ही इंसान देवअंश कहलाता है ।मानव मानव में प्रेम ही महान धर्म है। मौके पर कार्यक्रम के संयोजक महेंद्र दास, राजद जिलाध्यक्ष डा त्रिवेणी यादव, गोल्डन अंबेडकर, अमरेंद्र यादव, देवसागर बौद्ध, उमेश दास, बैजंती देवी, विनेश्वर दास, जयनारायण रावत, देवनारायण दास,नितेश्वर आजाद,दीप नारायण दास सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।