जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत इन दिनों कृषि विभाग की कार्यशैली से इलाके के किसान परेशान हैं। उन्हें विभाग से शायद ही कोई मदद मिल रही है। पहले से ही मौसम की मार झेल रहे किसान, कृषि कार्यालय का चक्कर लगाते लगाते थक जाते हैं पर उन्हें न तो समय पर किसी योजना की जानकारी मिलती है और ना ही कोई लाभ ही। हालांकि किसानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है लेकिन यहां के किसान इन योजनाओं से कम ही लाभ ले पा रहे हैं। विभाग में कृषि सलाहकार, समन्वयक, तकनीकी सलाहकार,कृषि पदाधिकारी के पद भरे हैं बावजूद इसके सोनो में तो किसानों के नाम पर चलाई जा रही योजनाएं कागजों तक ही सिमट कर रह गई है।आलम यह है कि प्रखंड में प्रखंड स्तरीय खरीफ कर्मशाला का आयोजन कब होगा, सुदूरवर्ती क्षेत्रों को तो छोड़ इसकी जानकारी प्रखंड मुख्यालय तक के किसानों को नहीं है।क्षेत्र के वास्तविक किसान विभाग के इस अभियान के उद्देश्य से वंचित रह गए।अब खरीफ बीज वितरण किया जाना है पर बीज कहां और कैसे मिलेगा, किसानों को इसकी जानकारी देने वाला कोई नहीं है। उन्हें बिचौलियों पर आश्रित रहना पड़ता है लिहाजा जानकारी के अभाव में वास्तविक किसानों को योजनाओं का लाभ नहीं मिलता है। किसान चुरहैत के कामदेव सिंह, देवेन्द्र सिंह सोनो के प्रमोद कुमार,चंदन कुमार , विकास कुमार, डुमरी के नीरज कुमार,चंदन कुमार सिंह,केवाली के वरुण सिंह, निरंजन सिंह आदि ने बताया कि यहां किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाएं सब हवा-हवाई है।सब खानापूर्ति हो रही है।