मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल जीएवी रेड्डी ने ली पैरेड की सलामी*
गया के अफसर प्रशिक्षण अकादमी, गया का ड्रिल स्क्वायर अपनी 20 वीं पासिंग आउट परेड के अवसर पर पेशेवर सैन्य वैभव और आकर्षण से सराबोर था । इस पासिंग आउट परेड में टेक्निकल एंट्री स्कीम (TES)-38 के 81 अधिकारियों एवं पड़ोसी मित्र देशों के 09 अधिकारी और विशेष कमीशन अधिकारी पाठ्यक्रम (SCO)-47 के 18 अधिकारी शामिल थे। एससीओ कोर्स में 14 जेंटलमैन कैडेट भी शामिल थे, जिन्हें असम राइफल्स में अधिकारी के रूप में कमीशन दिया गया है जबकि टीईएस-44 कोर्स के 60 जेंटलमैन कैडेट अपना एक वर्षीय बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर तकनीकी शिक्षा हेतु देश के विभिन्न सैन्य तकनीकी संस्थानों जैसे -मिलिट्री कॉलेज ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकनिकल इंजिनीरिंग, सिकंदराबाद, मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्यूनिकेशन्स इंजीनियरिंग, मऊ एवं कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजिनीयरिंग, पुणे से इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त करने गए हैं। जेंटलमैन कैडेट्स ने अपने स्मार्ट और लय युक्त ड्रिल से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया है।
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल जी ए वी रेड्डी, शौर्य चक्र, विशिष्ट सेवा मेडल, कमांडेंट अफसर प्रशिक्षण अकादमी, गया इस मनोरम अवसर के निरीक्षण अधिकारी सह मुख्य अतिथि थे।
पासिंग आउट टेक्निकल इंट्री स्कीम कोर्स में मेरिट के क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त जेंटलमैन कैडेट आदित्य वंश आर्य को प्रतिष्ठित स्वार्ड ऑफ ऑनर प्रदान कर सम्मानित किया गया एवं पासिंग आउट स्पेशल कमीशन ऑफिसर कोर्स में मेरिट के क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले एकेडमी कैडेट एडजुटेंट धनेश ए वी को रजत पदक से सम्मानित किया गया है। शरद सत्र 2021 के प्रशिक्षण काल के सभी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षु कंपनी गुरेज को प्रतिष्ठित चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ़ बैनर प्रदान किया गया है।
परेड को संबोधित करते हुए जनरल ऑफिसर ने जेंटलमैन कैडेटों को उनके उत्कृष्ट परेड के लिए बधाई दी है। लेफ्टिनेंट जनरल जी ए वी रेड्डी ने भविष्य के अधिकारियों से निस्वार्थ, समर्पित और पेशेवर सेवा प्रदान करके अपने राष्ट्र और अपने संस्थान को गौरवान्वित करने की बात कही है आगे उन्होंने ने कहा कि विद्वान योद्धा होने के महत्व पर जोर दिया जो युद्ध के मैदान पर असंख्य चुनौतियों के बावजूद अनेकानेक प्रतिक्रिया झेलते हुए भी अपने कुशल नेतृत्व के दम पर विरोधियों को मात देंगे। इस पासिंग आउट कोर्स के जेंटलमैन कैडेटों को अपनी तकनीकी कौशल को बढ़ाकर युद्ध की तेजी से बदलते माहौल में स्वयं को और अपनी कमान के सैनिकों को भी ढालने पर बल दिया गया है।
परेड देख रहे जेंटलमैन कैडेटों के अभिभावकों को धन्यवाद देते हुए लेफ्टिनेंट जनरल जी ए वी रेड्डी ने कहा कि वे अभिभावक सौभाग्यशाली होते हैं जिनके पुत्र एक प्रतिष्ठित पेशा में सेवा देते हैं। उन प्रतिष्ठित पेशाओं में सैन्य सेवा भी शामिल है।
यह अकादमी अपने भारत के अलावे भूटान, श्रीलंका, लाओस और वियतनाम, जैसे मित्र राष्ट्र के जेंटलमैन कैडेटों को अपनी-अपनी राष्ट्रीय सेनाओं के सफल सैन्य नायक बनने के लिए गुणवत्तापूर्ण सैन्य प्रशिक्षण प्रदान कर रही है। अकादमी में साथी जेंटलमैन कैडेटों के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार विभिन्न राष्ट्रों के बीच लंबे समय तक सद्भावना बनाए रखेगी और एक दुर्लभ उपलब्धि के तौर पर, जेंटलमैन कैडेट शौर्य सेगन ने राष्ट्र के प्रति सेवा की अपनी पारिवारिक परंपरा को अपनाते हुए, आर्टिलरी रेजिमेंट की एक इकाई में तीसरी पीढ़ी के अधिकारी के रूप में नियुक्त होने का सौभाग्य पाया है, इस रेजिमेंट की कमान उनके पिता और दादा ने भी संभाली थी। ये दोनों भी पासिंग आउट परेड और पिपिंग सेरेमनी में उस वक़्त मौजूद थे, जब उनके वंशज कमीशन प्राप्त कर रहे थे।
ओ.टी. ए, गया की स्थापना 18 जुलाई 2011 में आदर्श वाक्य शौर्य, ज्ञान, संकल्प के साथ हुई। अभी यह अकादमी टेक्निकल एंट्री स्कीम और स्पेशल कमीशन ऑफिसर जो TES और SCO के रूप मेें क्रमशः जाने जाते हैं। उनका प्रशिक्षण चला रही है। इसमें TES के प्रशिक्षु 10+2 की शिक्षा के बाद अकादमी में प्रवेश पाते हैं इस प्रशिक्षण प्राप्त कर सशस्त्र सेना का हिस्सा बनते हैं। एस सी ओकैडेट विभिन्न पदों से चयनित होकर आते हैं।
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