77 सालों के बाद वरीयान योग और रवि योग का संयोग बन रहा
धनबाद : पौष मास में सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है, इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी यानी आज सोमवार को मनाई जा रही है।ऐसी मान्यता है कि इस दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि से मिलने के लिए आते हैं, सूर्य और शनि का संबंध इस पर्व से होने के कारण यह काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।
ज्योतिष में मकर संक्रांति को सूर्य की उपासना का महापर्व कहा जाता है। मकर संक्रांति के साथ ही खरमास की समाप्त होती है और इस दिन से सूर्यदेव अपने तेज के साथ चलना शुरू करते हैं,इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे, और मकर संक्रांति का महापर्व इस बार 15 जनवरी यानी सोमवार को मनाया जाएगा।
ऐसी मान्यता है कि इसी त्योहार पर सूर्य देव अपने पुत्र शनि से मिलने के लिए आते हैं, सूर्य और शनि का सम्बन्ध इस पर्व से होने के कारण यह काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। आम तौर पर शुक्र का उदय भी लगभग इसी समय होता है इसलिए यहां से शुभ कार्यों की शुरुआत होती है।
15 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति पर 77 सालों के बाद वरीयान योग और रवि योग का संयोग बन रहा है, इस दिन बुध और मंगल भी एक ही राशि धनु में विराजमान रहेंगे।
वरीयान योग – 15 जनवरी को यह योग प्रात: 2 बजकर 40 मिनट से लेकर रात 11 बजकर 11 मिनट तक रहेगा।
रवि योग – 15 जनवरी को सुबह 07 बजकर 15 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 07 मिनट तक रहेगा।
सोमवार – पांच साल बाद मकर संक्रांति सोमवार के दिन पड़ रही है,ऐसे में सूर्य संग शिव का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा।