हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल को विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग का सीनेट सदस्य मनोनीत किया गया। इस संबंध में झारखंड विधानसभा सचिवालय द्वारा झारखंड विधानसभा के उपसचिव किरण सुमन बखला द्वारा पत्र जारी किया गया। जिसमें झारखंड राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम, 2000 (यथा अद्यतन संशोधित) की धारा- 18 की उपधारा- 14 के तहत विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के अधिषद् सदस्य के रूप में विधायक मनीष जायसवाल के मनोनयन की सहमति प्रदान की गई ।
उच्च शिक्षा में लोकतांत्रिक व्यवस्था कायम रखने के लिए विश्वविद्यालय की सबसे बड़ी बॉडी सीनेट में जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाता है। इसके अध्यक्ष राज्य के महामहिम राज्यपाल होते हैं ।