पूर्वी जमशेदपुर से निर्दलीय विधायक और रघुवर सरकार में मंत्री रहे सरयू राय ने अब धनबाद में अवैध कोयला खनन का मुद्दा उठाया है। सरयू राय ने धनबाद में कोयला के अवैध खनन का
दावा करते हुए ईडी से इसकी जांच की मांग की है।
सरयू राय का दावा है कि जांच से धनबदा में कोयला से काली कमाई और राजस्व हानि का बड़ा खुलासा होगा।
सरयू राय ने किया लोगों की शिकायतों का जिक्र
सरयू राय ने कहा कि वह जब बरौनी जा रहे थे तो रास्ते में धनबाद में कई लोग उनसे मिलने आए। लोगों ने उनसे धनबाद में खुलेआम और दिनदहाड़ो गोलीबारी, आगलगी, अपराधियों द्वारा पुलिस को दी जा रही खुली चुनौती, आउटसोर्सिंग में कोयला की डकैती का मुद्दा उठाया। बकौल सरयू राय, लोगों ने आरोप लगाया है कि यह सब वहां पुलिस, प्रशासन और बीसीसीएल की मिलीभगत से हो रहा है। सरयू राय ने इसे अविश्वसनीय ब्योरा बताते हुए कहा कि इतनी गंभीर समस्याओं के बीच ऐसा लगता है मानों सरकार नदारद है।
धनबाद में कोयला के अवैध खनन का आरोप लगाया
सरयू राय ने ईडी से आग्रह किया है कि पत्थर खनन घोटाले का खुलासा करने के पश्चात एजेंसी को धनबाद में कोयला खनन घोटाला और अवैध परिवहन का भी खुलासा करना चाहिए। सरयू राय ने कहा कि ईडी को विशेष रूप से धनबाद में अवैध कोयला खनन, परिवहन तथा बीसीसीएल में कोयला उत्पादन में वृद्धि के दावों की जांच करनी चाहिए। आउटसोर्सिंग से चल रही कोयला खदानों के क्रॉस सेक्शन की मापी भी कराया जाना चाहिए। सरयू राय ने आरोप लगाया कि जिले में बिना चालान के रेल और सड़क मार्ग से कोयले की ढुलाई हो रही है।
जुलाई 2022 में हुआ था अवैध पत्थर खनन का खुलासा
गौरतलब है कि ईडी ने जुलाई 2022 में झारखंड के साहिबगंज में 1000 करोड़ रुपये के खनन घोटाले का खुलासा किया था। मामले में मुख्य आरोपी, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा है। साहिबगंज में हुए 1000 करोड़ रुपये के खनन घोटाला केस में पंकज मिश्रा, प्रेम प्रकाश और बच्चू यादव जैसे लोग जेल में हैं। दाहू यादव फरार है। ईडी ने मंगलवार को 3 और लोगों को इस केस में समन किया है। खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस सिलसिले में पूछताछ की जा चुकी है। अब धनबाद को लेकर आवाज उठ रही है।