मुंबई :महाराष्ट्र की राजनीति में भीष्म पितामह का दर्जा रखने वाले शरद पवार अपनी सियासी पारी के शायद सबसे मुश्किल दौर में हैं। एक तरफ करीब 40 विधायकों को तोड़ने का दावा करते हुए अजित पवार भाजपा और एकनाथ शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बन गए हैं तो वहीं पार्टी पर भी दावा ठोक दिया है।भतीजे के नेतृत्व वाले गुट ने चुनाव आयोग का रुख किया है और पार्टी एवं उसके सिंबल पर अपना हक जताया है। यही नहीं अजित पवार गुट ने चुनाव आयोग में कहा है कि उनके पास दो तिहाई से ज्यादा विधायक हैं। इसलिए पार्टी उनकी है।
झारखंड की चुनावी परिणम से जरूरत है भाजपा हीं नहीं झामुमो को भी सबक लेने की
झारखंड की चुनावी परिणम से जरूरत है भाजपा हीं नहीं झामुमो को भी सबक लेने की*