ग्रीन लाइफ झरिया के तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस के पूर्व संध्या पर इंदिरा चौक के समीप हुए भू धसान स्थल पर पीपल और बरगद का पौधा लगा कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया । पौधे के बगल में गैलन लगा कर बून्द बून्द सिचाई की व्यवस्था की गई । ज्ञात हो कि 2017 के 24 मई को हुए भू धसान में पिता और पुत्र दोनों एक साथ जमींदोज हो गए थे उसके बाद यह जगह खण्डहर में तब्दील हो गया ।ग्रीन लाइफ के संयोजक डॉ मंनोज सिंह ने कहा कि झरिया की आग और भू धसान ने पर्यावरण को प्रदूषित कर दिया है । वृक्ष काट कर मानक के विरुद्ध कोयला खनन किया जा रहा है । डॉ मंनोज ने कहा कि झरिया की हवा जहरीली हो गई है । जिसका एक मात्र उपाय पौधरोपण ही है । इस वर्ष इस भू धसान स्थल को हरा भरा बनाया जाएगा । वृक्षों की जड़ें मिट्टी को बांध कर रखती हैं । भूजल स्तर ऊपर आने से आग पर काबू पाना भी आसान हो सकता है।अखलाक अहमद ने कहा कि झरिया के प्रदूषण के लिए बी सी सी एल जिम्मेवार है । खुली खदान पर रोक लगनी चाहिए। अखलाक ने कहा कि यदि झरिया को बचाना है तो अधिक से अधिक पेड़ लगाएं । प्रदूषण नियंत्रण के लिए हाइवा परिचालन को नियंत्रित करना जरूरी है ।कार्यक्रम में डॉ मंनोज सिंह, अखलाक अहमद, दीपक कुमार सिंह,धीरेन महतो, दिवेश सिंह, कारण सोलंकी, सुजल राज, राइस अहमद आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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