जांजगीर-चांपा। खदान से कोयले की ट्रांसपोर्टिंग की आड़ में अफरा-तफरी का एक मामला जांजगीर जिले में उजागर हुआ है। यहां खनिज विभाग की टीम ने जिले के चांपा थाना क्षेत्र के ग्राम उच्चभिट्ठी गांव में अमझर प्लांट के सामने अवैध रूप से संचालित कोल डीपो पर छापामार कार्यवाई की है। इस दौरान 34 ट्रेलर कोयला जब्त किया गया, जिसकी कीमत लगभग 40 लाख बताई जा रही है।
लंबे समय से चल रहा था अवैध डिपो
चांपा थाना क्षेत्र के उच्चभिट्ठी गांव में अवैध रूप से कोल डिपो बनाकर कोयला डंपिंग करने की शिकायत प्रशासन को मिली थी जिसके बाद कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश पर खनिज विभाग की टीम ने यहां छापा मारा। टीम के छापा मारते ही वहां तैनात डिपो के कर्मचारियों के बीच भगदड़ मच गई, मौका पाकर सभी वहां से भाग निकले।
मौके पर JCB और ट्रक बरामद
टीम को डिपो में छापेमारी के दौरान जेसीबी और ट्रक भी मिला। यहां काफी मात्रा में कोयले का स्टॉक रखा हुआ था। कार्रवाई के बाद विभागीय टीम ने अवैध कोल डीपो के आफिस को सील कर दिया है।
कोयले को प्रशासन ने अपने यार्ड में रखवाया
कलेक्टर के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई के बाद खनिज अमले ने डिपो का पूरा कोयला उठाकर कलेक्ट्रेट के पीछे स्थित डंपिंग यार्ड में रखवा दिया है। इस दौरान 34 ट्रेलर कोयला जब्त किया गया, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 40 लाख रूपये है। हालांकि सहायक खनिज अधिकारी आरके सोनी का कहना है कि जब्त कोयले का ग्रेड चेक करने के बाद कीमत का सही अंदाजा लगाया जा सकेगा।
मिलावटी कोयले का चलता है खेल
दरअसल इस तरह के कई अवैध कोल डिपो कोरबा जिले से बाहर बिलासपुर जिले के सीमांत इलाके में काफी समय से चल रहे हैं, जहां अवैध तरीके से लाया हुआ कोयला बाहर खपाया जाता है। मगर जांजगीर जिले की सीमा पर स्थित ग्राम उचभिट्ठी में अमझर प्लांट के पास जो अवैध डिपो संचालित है, वहां कोयले में मिलावट का खेल चल रहा था।
खनिज विभाग के सूत्र बताते हैं कि अवैध कोल डिपो संचालन करने वालों को किसी प्लांट में कोयला ट्रांस्पोर्टिंग का काम मिला हुआ है। वे खदान से सीधे गाड़ी में कोयला भरते हैं और संबंधित प्लांट में खाली न कर पहले उसे अपने डिपो में लाते है और यहां गाड़ी से आधा कोयला निकालकर उसमें राखड़ व बजरी मिलाते हैं, जिसे आम भाषा में “पल्टी” कहा जाता है। यहां से मिलावटी कोयला भरकर प्लांट में खाली कर दिया जाता है। इस तरह से उन्हें आधा कोयला फ्री में मिल जाता है। बताया जा रहा है कि कोयले के अवैध संग्रहण की भनक कोयला सप्लाई करने वालों को लग गई और वे गाड़ियों का पीछा करते हुए इस अवैध कोल डिपो तक पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने खनिज विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी। पुख्ता खबर मिलने के बाद विभाग के अधिकारियो ने यह छापामार कार्रवाई की।
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