जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत नैयाडीह पंचायत के चिहराघाट में डायरिया महामारी ने अपना पांव पसार चुका है बताते चलें कि मौसम के उतार-चढ़ाव के कारण इन दिनों प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में डायरिया के मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को प्रखंड के नैयाडीह पंचायत के आदिवासी बाहुल्य चिहराघाट के सलोनी मुर्मू, मुन्नी मरांडी व अनीता हांसदा को उल्टी दस्त की शिकायत के बाद इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनो में भर्ती कराया गया।यहां के आधा दर्जन लोग इस बीमारी से आक्रांत है वहीं एक बच्चे की मौत भी हुई है। डायरिया फैलने से पूरे गांव में अफरा- तफरी की हालत बनी है। ग्रामीण चिकित्सकों से इन मरीजों का इलाज किया जा रहा है पर हालत बिगड़ने पर इनमें से सलौनी मुर्मू,मुन्नी मरांडी,अनीता हांसदा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया। गांव के कुछ अन्य लोगों में भी डायरिया के लक्षण पाए गए हैं,जिनका इलाज ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है।चिहराघाट निवासी अनिल मरांडी ने बताया कि अचानक उल्टी दस्त की शिकायत हुई।स्थानीय स्तर पर इलाज करवाया पर सुधार नहीं हुआ। इसके बाद इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। उन्होंने बताया कि उनके ढाई वर्षीय भगिना बामदह निवासी सुनील मरांडी के बेटे की मौत गुरुवार को सबेरे हो गई। बुधवार देर शाम को उसे उल्टी दस्त की शिकायत हुई। रात में स्थिति बिगड़ी। सुबह ग्रामीण चिकित्सक को बुलाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई।