जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत गर्मी बढ़ने के साथ ही प्रखंड मुख्यालय में पेयजल की समस्या गंभीर होती जा रही है। लोग पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। जल स्रोतों के हलक खुद सूखे हैं। चापाकल से पानी नहीं निकल रहा है।
प्रखंड मुख्यालय की ही बात करें तो यहां पेयजल आपूर्ति के लिए विभाग की ओर से किया गया प्रयास नाकाफी साबित हो रहा है।हर घर नल का जल पहुंचाने की सरकार की महत्वकांक्षी योजना यहां धराशाई होती दिख रही है।
इन दिनों यहां पेयजल की गंभीर समस्या बनी हुई है। यहां पानी के लिए हाहाकार मचा है और पानी की बूंद बूंद के लिए सोनो बाजार के लोग तरस रहे हैं। स्थानीय लोग संबंधित अधिकारियों से गुहार लगाकर थक चुके हैं। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण
विभाग के अधिकारियों व कर्मियों की कार्यशैली से लोगों में गुस्सा है। लिहाजा स्थानीय लोग अब आंदोलन के मूड में आ गए हैं। गौरतलब हो कि प्रखंड मुख्यालय की एक बड़ी आबादी की प्यास पीएचईडी विभाग की पानी टंकी से बुझती है, लेकिन जिस कुएं से पानी सप्लाई किया जाता है उस कुएं में आवश्यकतानुसार पानी ही नहीं है।भीषण गर्मी के कारण भूगर्भ जलस्तर तेजी से नीचे गिर रहा है लिहाजा पीएचईडी विभाग के कुएं में महज एक से डेढ़ फीट पानी ही जमा हो रहा है जिससे पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। बाजार निवासी प्रमोद प्यारा, गौतम कुमार भगत, अमित कुमार वर्णवाल,संजय कुमार भगत, विजय कुमार, नारायण राम, कन्हैया लाल भगत, आनंद वर्मा आदि ने बताया कि कुआं में लेयर की समस्या नई नहीं है। दो-तीन सालों से गर्मी में यही स्थिति बन जाती है।
पानी के लिए हाहाकार मच जाता है। लोग आंदोलन करते हैं तो किसी तरह विभाग द्वारा जुगाड़ लगाकर पानी की आपूर्ति बहाल कर दी जाती है, पर समस्या का स्थाई निदान अब तक नहीं हुआ है। दो वर्ष पूर्व आंदोलन के बाद कुएं की सफाई की गई तो पानी सप्लाई चालू हुआ था, लेकिन अब फिर वही समस्या आ गई है।कुएं में बोरिंग कराने की बात संबंधित अधिकारियों ने बताई थी लेकिन यह महज खानापूर्ति ही हुआ। विभाग शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। सोनो में पेयजल आपूर्ति बाधित होने की जानकारी मिली है। कुआं की सफाई की व्यवस्था की जा रही है। दो चार दिनों के अंदर कुआं की सफाई करवा कर जलापूर्ति सुचारू रूप से बहाल कर दी जाएगी।