जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत आज दिनांक 12 जुलाई 2022 को वर्ग 9 एवं 10 का प्रवेशोत्सव अभियान 2022 खैरा मुख्यालय में समग्र सेवा एवं एड इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में 90 महादलित समुदाय के बच्चियों को वर्ग 9 एवं 10 का किताब देकर सम्मानित किया गया l इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद प्रतिनिधि खैरा के मनोहर गुप्ता ,
शिक्षक संजय कुमार, सिंगारपुर ,गौतम कुमार शिक्षक फतेहपुर उपस्थित हुए , साथ ही समाजसेवी लक्ष्मी देवी ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। प्रवेशोत्सव अभियान के द्वारा संस्था के कर्मी द्वारा बाल मजदूरी करने वाली बालिकाओं जो विशेष कर ईट भट्टा पर काम कर रही थी उन्हें शिक्षा के महत्व को बता कर विद्यालय से जोड़ा गया l
आज़ पहली वार सभी बालिकाओं ने किताब पा कर अपना ख़ुशी जाहिर किया और सभी बालिकाओं ने पढ़ेगें- और पढ़ायेगें शिक्षा का दीप जलाएंगे का शपथ लिया
। कमींयो द्वारा अतिथियों का स्वागत करते हुए समाज सेवी काजल कुमारी ने बच्चियों को बताया कि शिक्षा क्यों जरूरी है ।हमें पढ़ लिखकर अपने देश के प्रति दायित्व को निभाना चाहिए । बाल अधिकार कार्यकर्त्ता सौम्या कुमारी ने बच्चों के अधिकार के बारे में बताया यदि कोई भी बच्चों को परेशान करे तो हमें डरना नहीं है। बल्कि इसके खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत हैं और अपने शिक्षा के दम पर आगे बढ़ना है।
समन्वयक पूजा कुमारी ने बच्चों से कहा कि किताब हमारे सबसे अच्छे दोस्त होते हैं ।इसलिए हमें पूरे वर्ष उसको अच्छे से रखते हुए पढ़ना है और उसके महत्व को समझ कर हमें समाज में एक इज्जतदार महिला बन कर समाज के प्रति अपना कर्तव्य का निर्वहन करना है , ताकि समाज शिक्षित हो और हमारे गांव समाज और देश का
भविष्य उज्जवल हो बच्चे शिक्षित होंगे तो घर परिवार शिक्षित होगा परिवार से समाज को शिक्षित करने का सौभाग्य मिलेगा समाज से गांव में शिक्षा की लहर दौड़ेगी गांव से शिक्षित लोग शहरों में अपना डंका बजाएंगे और हमारे घर परिवार सहित गांव का भी नाम रोशन करेंगे।
गौतम कुमार फतेहपुर के शिक्षक ने बच्चों को अपना मनोबल बढ़ाने की बात कही । पढ़ लिखकर एक जिम्मेदार नागरिक बन सकती है। और अपने देश की सेवा कर सकती है ।संजय कुमार ने कहा कि हम विद्या को खरीद नहीं सकते है। यह अमूल्य हैl
आस्तिक कुमार ने कहा कि यह अपना पुस्तकालय है और हमें यह पुस्तक पढ़ कर दूसरे जरूरतमंदों तक पहुंचाना है ।
संस्था सचिव ने कहा कि हर बच्चे को पढ़ना है इसलिए सभी बच्चों का विद्यालय में नामांकन करना है।सभी बच्चों को पढ़ाई करना है काम नहीं। किसी मुसीबत में फंसे बच्चे की मदद की जरूरत है तो वह 1098 पर सूचना दे सकता है। मुसीबत में फंसे बच्चों के लिए यह आपातकालीन राष्ट्रीय नि: शुल्क फोन सेवा है। जो महिला एवं बाल
विकास मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से संचालित है l इसी के साथ सभी को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम को समाप्त किया गया कार्यक्रम में संस्था के कार्यकर्ता बिंदु कुमारी ,प्रकाश मेहरस, कुंदन कुमार, अर्जुन कुमार सहित 20 सामुदायिक सांस्कृतिक शिक्षण केंद्र की शिक्षिका मौजूद थी।