जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मंगलवार को प्रखंड के विभिन्न काली मंदिरों में काली पूजा का आयोजन किया गया तथा लोगों ने मां से बेहतर उपज एवं सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। मंगलवार को पूरे भक्ति भाव से सोनो स्थित काली मंदिरों में मां की आराधना की गई तथा भोग लगाया गया। पूजा अर्चना के दौरान पारंपरिक ढोल-नगाड़े की मधुर ध्वनि मंदिर परिसर में गूंजती रही। बेहतर मानसून व अच्छी उपज की कामना को लेकर आयोजित इस पूजन में बकरों की बलि दी गई।जानकारी देते हुए सोनो स्थित काली मंदिर के पुजारी मोतीलाल मिश्रा, बद्री नारायण मिश्रा आदि ने बताया कि पूजा के अवसर पर सर्वप्रथम पूरे मंत्रोचारण एवं विधि विधान के साथ मां का श्रृंगार किया गया। दान उपादान देकर कुंवारी कन्या एवं ब्राह्मण भोजन का आयोजन किया गया। मुख्य यजमान के घर से मां का डाला मंदिर पहुंचा तथा पूजा आरंभ हुई। पूजा में यहां श्रद्धालुओं द्वारा बकरे की बलि दी गई। मान्यता है कि मां की पूजा के बाद ही क्षेत्र के किसान धान की रोपनी आरंभ करते हैं।खेती में नित नए नए प्रयोगों के बीच आज भी किसान आस्था के साथ आषाढ़ी पूजा के बाद ही खेतों में धान की रोपनी शुरू करते हैं।बता दें कि यहां की मुख्य फसल धान है। धान की खेती शुरू करने से पहले अलग-अलग गांव में अलग-अलग ढंग से आराध्य देव के साथी मां काली की आराधना की जाती है। कहीं वैष्णवी पूजा का आयोजन होता है तो कहीं बकरे की बलि दी जाती है।