हजारीबाग। बीते 6 जुलाई को कैरियर सेमिनार में हजारों छात्र-छात्राओं को सफलता का मूल मंत्र देने वाले चाणक्य आइएएस एकेडमी के फाउंडर चेयरमैन व इंटरनेशनल मोटीवेशनल स्पीकर सक्सेस गुरू एके मिश्रा, गुरूवार को चाणक्य आइएएस एकेडमी सभागार में बड़ी संख्या आए अभिभावकों से रूबरू हुए और अभ्यर्थियों की कामयाबी में अभिभावकों की भूमिका की महत्ता बताई। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की सफलता में खुद की सही दिशा में नियमित मेहनत व संस्थान के उचित मार्गदर्शन के साथ साथ अभिभावकों की भूमिका भी काफी अहम होती है। इसलिए अभिभावक अपने बच्चों के लक्ष्य यात्रा में उसका साथ दें। उन्होंने कहा कि एक वक्त ऐसा भी था जब ग्रामीण इलाके के छात्र या निर्धन छात्र यूपीएससी व जेपीएससी के बारे में नहीं सोंच पाते थे, उन्हें लगता था कि यह केवल शहरों और अमीरों के लिए है, लेकिन चाणक्य आइएएस एकेडमी आज इस अवधारणा को बदलने में कामयाब हुआ है। वैसे तो देश भर के 16 राज्यों में 22 शाखाएं चाणक्य आइएएस एकेडमी की संचालित है, जिसमें केवल झारखंड के हजारीबाग, रांची और धनबाद में ही तीन शाखाएं संचालित हैं, श्री मिश्रा ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए आगे कहा कि बेहतर पढ़ाई के लिए संतुलित आहार ज़रूरी है। साथ ही दिनचर्या बनाकर कार्य करने की सलाह अपने बच्चों को दें और खुद भी उसपर अमल करें ताकि घर का अनुशासन कायम रहे। अभिभावकों को सामाजिक आलोचनाओं को भी अनदेखा करने की सलाह देते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि आप अपने बच्चों के लक्ष्य यात्रा में पूरा सहयोग तबतक करते रहें जबतक उसे मंजिल नहीं मिल जाती है। श्री मिश्रा ने अभ्यर्थियों से समस्याओं को अवसर के रूप में देखने की सलाह दी और लक्ष्य प्राप्ति तक अपने लक्ष्य के बढ़ते दिशा में कार्य करने को कहा। साथ ही अभ्यर्थियों को जरूरत पड़ने पर ही सोशल मीडिया प्रयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आवश्यकता से अधिक सोशल मीडिया का प्रयोग घातक साबित हो सकता है। मौके पर सक्सेस गुरू एके मिश्रा के साथ साथ संस्थान के वाइस प्रेसिडेंट विनय मिश्रा, जेनरल मैनेजर रीमा मिश्रा, एकेडमिक हेड अनवर हुसैन सहित बड़ी संख्या में अभिभावक मौजूद थे।
दुखद: पांडरपाला में महिला ने मतदान के बाद कर ली आत्महत्या
दुखद: पांडरपाला में महिला ने मतदान के बाद कर ली आत्महत्या