सात दिवसीय बिनोद मेला में झूमर,छऊ नृत्य, बांग्ला, संथाली, कुड़माली, खोरठा एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
बलियापुर: झारखंड पुरोधा स्व. बिनोद बिहारी महतो की 31वें पुण्यतिथि पर आयोजित सात दिवसीय बिनोद मेला 2022 में बीबीएम कॉलेज के छात्र-छात्राओं एवं झारखंड के कलाकारों के द्वारा विभिन्न मनमोहक दर्शनीय झारखंडी सांस्कृतिक कार्यक्रमों झूमर नृत्य, छऊ नृत्य, खोरठा, संथाली, बांग्ला की दमदार प्रस्तुति हो रही है। हर दिन हजारों की संख्या में लोग बीबीएम कॉलेज बलियापुर प्रांगण में स्व. बिनोद बिहारी महतो एवं उनके पुत्र स्व. राजकिशोर महतो की समाधि स्थल पर पुष्प व माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित कर पूरे परिवार, मित्रों के साथ इस मेले का भरपूर आनंद उठा रहे हैं। स्व .बिनोद बिहारी महतो के पौत्र एवं स्व. राजकिशोर महतो के पुत्र अधिवक्ता राहुल कुमार ने बताया यह बिनोद मेला 1991 से आयोजित होता चला आ रहा है। इसकी शुरुआत उनके स्व. पिता राजकिशोर महतो ने ग्रामीण क्षेत्र के परिवारों के मनोरंजन,एवं झारखंडी कला संस्कृति की प्रस्तुति को बढ़ावा देने की सोच के साथ आरंभ किया था। फल स्वरूप आज आसपास क्षेत्रों के ग्रामीण अपने पूरे परिवार के साथ , मेले में लगे झूले, पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लेकर देर संध्या में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। झारखंडी कला संस्कृति दर्शन के लिए हमारे पिताजी स्व. राज किशोर महतो इस महत्वपूर्ण आयोजन की राह दिखाकर गए हैं इस परंपरा को हम लोग हर वर्ष आगे लेकर बढ़ रहे हैं और इसमें हम अपने युवाओं के सक्रिय सहयोग से सफल हो रहे हैं। हर वर्ष मेले में बने मंच पर झारखंडी सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर विशेष फोकस करते हैं और परंपरागत झारखंडी कला संस्कृति के कार्यक्रमों को पूरे देश विदेश में दिखाने का हृदय से प्रयत्न करते हैं। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को रात्रि में झूमर नृत्य प्रस्तुति का उद्घाटन स्व. बिनोद बिहारी महतो के पौत्र एवं स्व. राजकिशोर महतो के पुत्र अधिवक्ता राहुल कुमार ने फीता काटकर किया। 20 दिसंबर को छऊ नृत्य, 21 दिसंबर को बांग्ला, 22 दिसंबर को संथाली, 23 दिसंबर को कुड़माली एवं खोरठा लोकगीत एवं 24 दिसंबर को झूमर कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुति होगी। मेले को सुचारू रूप से व्यवस्था करने में गौतम रवानी, आनंद राय, देवा गोप, प्रवीण महतो, सुनी महतो और रोहित चंद्रवंशी, अमित रवानी के अलावा अन्य युवा सक्रिय थे।
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