राजकीय जनजातीय हिजला मेला 2023 में जिला प्रशासन द्वारा विलुप्त आदिवासी कठपुतली लोककला चादर बादोनी की प्रस्तुति कराया गया। दल नायक बाबूधन मुर्मू के नेतृत्व में मसलिया नवासार के आदिवासी लोक कलाकारों द्वारा किया गया।
यह लोककला तीन दशक पहले विलुप्त हो चुकी थी। कला संस्कृति विभाग के सहयोग और जनमत शोध संस्थान के लंबे प्रयास से इस कला को पुनर्जीवित किया जा सका है, जिससे फलस्वरूप पिछले कुछ वर्षों से यह आदिवासी कठपुतली लोककला जनजातीय हिजला मेला सहित अन्य अवसर पर देखा जाने लगा है।
इसके साथ ही मेले में विभिन्न योजनाओं से संबंधित पंपलेट लोगों के बीच वितरित किए जा रहे हैं।
लोगों को कार्यक्रम में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित कराने हेतु एवं जनजागरूकता हेतु कल 1 मार्च को जिला निर्वाचन द्वारा क्विज प्रतियोगिता एवं साइबर सुरक्षा पर नुकड़ नाटक का कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
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