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हजारीबाग। (Hazaribagh) आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग की एनएसएस इकाई के बैनर तले जल शक्ति, नारी शक्ति के जरिए हुटपा, मेरू और झुमरा में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसके तहत जल संरक्षण कैसे किया जाए, इसके लिए क्या-क्या उपाय किए जाएं, ये तरीके बताए गए। साथ ही नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जल की अहमियत को बताया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक ने जल संरक्षण को अहम बताते हुए कहा कि हर क्षेत्र में जल संरक्षण को लेकर जागरूकता की आवश्यकता है। जल, जीवन के महत्वपूर्ण जरूरतों में शामिल हैं। इसलिए जल संरक्षण आवश्यक है। वहीं कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने इस बाबत कहा कि दरअसल जल सीमित मात्रा में उपलब्ध है, इसलिए इसके प्रयोग में भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है और जल संरक्षण के माध्यम से जल को बचाया जा सकता है। ऐसे में जागरूकता ही एक ऐसा मार्ग है, जो जल संरक्षण में अहम कड़ी साबित हो सकता है। यही वजह है कि विश्वविद्यालय के एनएसएस इकाई की ओर से समय-समय पर जल संरक्षण सहित अन्य सामाजिक दायित्वों के मद्देनजर नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को जागरूक करने का प्रयास जारी है। एनएसएस अधिकारी डॉ रोजिकांत के नेतृत्व में गई विश्वविद्यालय की एनएसएस टीम को स्थानीय मुखिया एवं जनप्रतिनिधियों का भी भरपूर सहयोग मिला। डॉ रोजीकांत ने बताया कि हुटपा मुखिया किरण देवी सहित अन्य के विशेष सहयोग से ज्यादा लोगों तक जागरूकता कार्यक्रम पहुंचाने में सफल रही। उन्होंने बताया कि एनएसएस इकाई की ओर से आने वाले दिनों में विभिन्न सामाजिक दायित्वों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। नुक्कड़ नाटक में सोनल पांडेय, हेरा, सुमित, बेबी कुमारी, नेहा कुमारी, समीर कुमार, मानसी यादव, शिवा, किशोर, विनिता, आशीष समेत अन्य विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया जबकि कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रकाश, मुकेश, कैलाश, राजेश सहित सहित अन्य का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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