हेमंत ने मारा दहला, दिसंबर से सभी को मिलेंगे 2500 रुपए, कैबिनेट में आज होगा फैसला
रांची :आमतौर पर किसी भी राज्य में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के समय प्रत्याशियों के नाम और गठबंधन के बीच सीटों के तालमेल का मामला सुर्खियों में रहता है. लेकिन झारखंड में अलग हवा बह रही है. यहां वेलफेयर स्कीम की बाढ़ आई हुई है. सभी दलों को आधी आबादी की चिंता सता रही है. बुजुर्ग, विधवा, दिव्यांगों के सामाजिक सुरक्षा की दुहाई दी जा रही है. राज्य सरकार की तरफ से खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह बीड़ा उठा लिया है. चुनाव प्रचार की रफ्तार में फिलहाल हेमंत सोरेन सबसे आगे दिख रहे हैं. हर वोटर तक पहुंचने के लिए टेक्नोलॉजी का सहारा ले रहे हैं. वॉइस मैसेज के जरिए जनता से संपर्क साध रहे हैं. यह सिलसिला नवरात्रि के दौरान ही शुरू हो गया था.
प्रचार की रेस में सीएम हेमंत आगे
8 अक्टूबर को बल्क वॉइस मैसेज के जरिए सीएम हेमंत सोरेन ने झारखंड वासियों को मंईयां सम्मान योजना की याद दिलाई थी. यह सिलसिला विजयादशमी के दिन तक चला. अब 13 अक्टूबर से उन्होंने सर्वजन पेंशन योजना पर फोकस किया है. मुख्यमंत्री अपने संदेश की शुरुआत जोहार शब्द से करते हुए खुद को बेटा और भाई का हवाला देकर यह बता रहे हैं कि उनकी सरकार जरूरतमंदों को लेकर कितनी संवेदनशील है। कैसे सर्वजन पेंशन योजना का लाभ पहुंचाया जा रहा है.
केंद्र में जुमले बाजों की सरकार : हेमंत
सीएम हेमंत सोरेन केंद्र सरकार के कामकाज को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2024 की रिपोर्ट का हवाला देकर कहा है कि 125 देशों की सूची में भारत 105 वें स्थान पर है. उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार के 11 साल के कामकाज को जुमलेबाजी और सफेद झूठ बताकर निशाना साधा है. सलाह दी है कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स वाले मामले में केंद्र सरकार को साफगोई के साथ काम करना चाहिए था.
भाजपा की चौतरफा घेराबंदी
दूसरी, तरफ भाजपा के तमाम बड़े नेता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चौतरफा घेर रहे हैं. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी यह बता रहे हैं कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार भ्रष्टाचारी है. युवाओं के साथ छल किया है. चुनाव के समय सम्मान राशि का झांसा देकर देकर महिलाओं को गुमराह कर रहे हैं. वहीं नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी इस बात पर फोकस कर रहे हैं कि 2019 के चुनाव के समय हेमंत सोरेन द्वारा किए गए सारे वादे झूठे साबित हुए हैं. जबकि झारखंड बीजेपी के विधानसभा चुनाव प्रभारी सह केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भाजपा शासित राज्यों में चल रही लाडली बहन योजना, महतारी वंदन योजना की याद दिला रहे हैं. लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा को सबसे ज्यादा कोई खटक रहा है तो वह हैं असम के मुख्यमंत्री और भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा. क्योंकि सीएम हिमंता बांग्लादेशी घुसपैठ का हवाला देकर आदिवासियों की घट रही जनसंख्या के मसले को जोर शोर से उठा रहे हैं. सबसे खास बात है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के कभी सबसे विश्वस्त सिपाही रहे चंपाई सोरेन परंपरागत तरीके से आदिवासी समाज को भाजपा की तरफ गोलबंद कर रहे हैं.
झारखंड में ऑफर की बारिश
इस बार झारखंड की जनता के लिए बल्ले बल्ले वाली स्थिति है. ऑफर की बारिश हो रही है. मंईयां सम्मान योजना के नाम पर हेमंत सरकार 18 से 50 साल तक की महिलाओं को डीबीटी के जरिए एक-एक हजार रु दे रही है. 50 साल से ज्यादा उम्र वालों को बुजुर्ग की कैटेगरी में रखकर सर्जन पेंशन योजना के तहत एक-एक हजार रु दिए जा रहे हैं. अब JMM सम्मान योजना के तहत जरूरतमंदों को हर माह 2500 रु रुपए देने के लिए चुनाव आयोग से परमिशन मांगा गया है.दूसरी, तरफ भाजपा ने भी वादों का पिटारा खोल रखा है. भाजपा ने आधी आबादी को साधने के लिए दो बड़े वादे किए हैं. सरकार बनने पर महिलाओं को हर माह की 11 तारीख को 2100 रु और 500 रु में गैस सिलेंडर के साथ-साथ साल में पर्व के नाम पर दो सिलेंडर मुफ्त देने का वादा किया है. भाजपा ने युवाओं को फोकस करते हुए सरकारी पदों को भरने के अलावा स्नातक और स्नातकोत्तर को परीक्षा की तैयारी के लिए साथी भत्ता देने का वादा किया है.इधर, आम लोगों के बीच राजनीतिक दलों की ओर से मिल रही है।
*हेमंत सोरेन सरकार लेने जा रही बड़ा फैसला, मंईयां सम्मान राशि दिसंबर से 2500 रुपए देने की तैयार*
हेमंत सोरेन सरकार एक बड़ा फैसला लेने जा रही है। झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत महिलाओं को दी जाने वाली राशि 2500 रुपये प्रति माह करने की तैयारी कर ली गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, चौथी किस्त एक हजार रुपये नवंबर में महापर्व छठ के मौके पर देने के बाद पांचवीं किस्त दिसंबर से 2500 रुपये दी जाएगी। इसका लाभ 53 लाख से अधिक महिलाओं को मिलेगा।
*आज कैबिनेट की बैठक*
सम्मान राशि में ढाई गुना बढ़ोतरी का निर्णय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में सोमवार को होने जा रही कैबिनेट की बैठक में लिया जा सकता है। ऐसा होने पर हर लाभुक महिला को हर साल 30 हजार रुपये मंईयां सम्मान राशि मिलेगी। संभावना है कि कैबिनेट बैठक में इससे संबंधित महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी जाए।
अब तक चार चरणों में निकाली गई मंईयां सम्मान यात्रा के दौरान महिलाओं का जोरदार समर्थन मिला है। यात्रा के दौरान महिलाओं की ओर से मंईयां सम्मान राशि बढ़ाने की मांग भी होती रही है। यात्रा की अगुवाई कर रहीं महिला, बाल विकास मंत्री बेबी देवी कई मंचों से मंईयां सम्मान राशि बढ़ाने की बात लगातार कहती आई हैं। मंईयां सम्मान यात्रा का 5वां चरण जल्द शुरू होने जा रहा है।
इधर, सूचना है कि झारखंड सरकार की मंत्री बेबी देवी, मंत्री दीपिका पांडेय सिंह और विधायक कल्पना सोरेन दक्षिणी छोटानागपुर के विभिन्न जिलों में छह दिनों के दौरे पर रहेंगी। इस दौरान महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना के बारे में नई जानकारी से भी अवगत कराया जाएगा।
राज्य सरकार की ओर से कैबिनेट में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाने पर बड़ी संख्या में झारखंड की महिलाओं को लाभ होगा। चुनाव के मद्देनजर भी सरकार की ओर से इसे एक बड़ा कदम बताया जा रहा है।
*16.5 हजार करोड़ रुपए का वित्तीय भार*
मंईयां सम्मान राशि को एक हजार रुपये प्रति लाभुक प्रति माह से ढ़ाई गुना बढ़ाकर 2500 रुपये प्रति माह करने के बाद राज्य सरकार पर करीब 16.5 हजार करोड़ रुपये का वित्तीय भार आएगा। यह सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण निर्णय होगा। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मुख्य सचिव और संबंधित विभागों के सचिवों के बीच मैराथन बैठक के बाद दिसंबर से मंईयां सम्मान राशि 2500 रुपये करने पर सहमति बन गई है। सूत्रों के अनुसार एक हजार रुपये मंईयां सम्मान के समय योजना पर 6720 करोड़ रुपये एक साल का व्यय था।
*18 से 50 वर्ष की महिलाओं को मिल रहा योजना का लाभ*
मंईयां सम्मान योजना का लाभ 18 वर्ष से 50 वर्ष की आयु वाली राज्य की महिलाओं को मिलता है। अगस्त से इस योजना के तहत महिलाओं को एक हजार रुपये सम्मान राशि दी जा रही है। तीसरी किस्त नवरात्र पर करीब 53 लाख से अधिक महिलाओं को उनके बैंक खाते में स्थानांतरित की जा चुकी है। अब चौथी किस्त छठ पर्व पर देने की घोषणा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कर दी है।
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