Posted by Dilip Pandey
केंद्रीय विद्युत मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र की महारत्न कंपनी रूरल इलेक्ट्रीफिकेशन कारपोरेशन (आरईसी) लिमिटेड ने बेंगलुरु मेट्रो के चरण-II परियोजना के तहत मेट्रो लाइन की स्थापना और विकास के लिए बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) को 3,045 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने का फैसला किया है। सहायता बढ़ाने का निर्णय 24 जून, 2023 को बेंगलुरु में आरईसी की बोर्ड बैठक में लिया गया। बोर्ड ने बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रस्ताव को मंजूरी दी।
नम्मा मेट्रो की चरण-II परियोजना में चरण-I के मौजूदा दो गलियारों का विस्तार शामिल है, अर्थात् पूर्व-पश्चिम गलियारा और उत्तर-दक्षिण गलियारा और 2 नई लाइनें, अर्थात् एक आर.वी. रोड से बोम्मसंद्रा तक और दूसरी कालेना अग्रहारा से नागवारा तक। ये लाइनें शहर के कुछ सबसे घने और अधिक यातायात वाले क्षेत्रों से होकर गुजरेंगी।
परियोजना के दूसरे चरण से बेंगलुरु की घनी आबादी वाले शहर में कनेक्टिविटी बढ़ेगी और यातायात का परिचालन सुगम होगा। चरण-II (72.09 किमी) के पूरा होने के साथ नम्मा मेट्रो का संयुक्त नेटवर्क 114.39 किमी का हो जाएगा और इसमें 101 स्टेशनों होंगे।
आरईसी लिमिटेड एक गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) है, जो पूरे भारत में बिजली क्षेत्र के वित्तपोषण और विकास पर ध्यान केंद्रित करती है। बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) को वित्तीय सहायता प्रदान करना, बुनियादी ढांचे के विकास के वित्तपोषण में आरईसी के प्रयास का हिस्सा है। 1969 में स्थापित, आरईसी लिमिटेड ने संचालन के पचास वर्ष से अधिक पूरे कर लिए हैं। यह संपूर्ण विद्युत क्षेत्र को उत्पादन, पारेषण, वितरण और नवीकरणीय ऊर्जा सहित विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
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