हजारीबाग प्रखंड के कई गांवों में स्वच्छ भारत मिशन का बोर्ड लगा दिया गया है किंतु अधिकांश गांव में शौचालय बना ही नहीं है। देश भर में स्वच्छ भारत मिशन अभियान चल रहा है। स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए गरीबों को शौचालय हेतु राशि दी जा रही है। स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने में पूरा तंत्र जुटा हुआ है, लेकिन बरकट्ठा प्रशासन स्वच्छता को लेकर बेपरवाह है। यही वजह है कि बरकट्ठा में जगह-जगह कचरा का अंबार लगा हुआ है। अधिकांश शौचालय भी बेकार पड़े हैं। इसे लेकर जिम्मेदार तंत्र की कोई चिंता तक नहीं।
स्थानीय निवासी बहादुर ठाकुर कहते हैं कि स्वच्छता के प्रति जब अधिकारी ही गंभीर नहीं हैं तो आम लोगों से क्या अपेक्षा कर सकते हैं। स्वच्छता को लेकर प्रशासनिक पदाधिकारियों ने स्वच्छता अभियान चलाया। इसमें भारी बजट खर्च किया, लेकिन बरकट्ठा में परिणाम सिफर है। यहां अभियान का असर दूर-दूर तक देखने को नहीं मिलता है।बरकट्ठा प्रखंड मुख्यालय जहां से स्वच्छता अभियान के लिए जागरूकता फैलाया जा रहा था, वह परिसर ही खुद गंदगी से पटा हुआ है । प्रखंड और अंचल कार्यालय के इर्द – गिर्द गंदगी का अंबार लगा हुआ है ।, लेकिन पदाधिकारी इस ओर गंभीर नहीं है ।बरकट्ठा बाजार का शौचालय बेकार, प्रखंड और अंचल कार्यालय के शौचालय भी गंदगी का दंश झेल रहे हैऔर बंद हैं । शौचालय तो किसी काम का नहीं है।
भाकपा माले प्रखंड सचिव शेर मोहम्मद ने कहा कि यहां सप्ताह में चार दिन यहां विभिन्न प्रकार की बैठकें या फिर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है । शौचालय की स्थिति खराब रहने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को होती है । वे बाहर में शौच को विवश होती हैं । दीया तले अंधेरा ,पदाधिकारी प्रतिदिन गांव – गांव घूमकर लोगों को बाहर में शौच से मुक्ति के लिए जागरूकता अभियान चलाते हैं , लेकिन प्रखंड कार्यालय में ही महिला – पुरुष कर्मी खुले में शौच करते हैं । क्योंकि प्रखंड मुख्यालय परिसर का शौचालय बेकार अवस्था में है । जहां सैकड़ों लोग रोज अपने काम के लिए पहुंचते हैं , उस परिसर का हाल एकदम दयनीय है । इसे शीघ्र ही अभियान चलाकर प्रखंड कार्यालय की साफ – सफाई करवाने की आवश्यकता है।
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