हजारीबाग। सोमवार को आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की ओर से “कोरोना काल में मुख्यधारा एवं वैकल्पिक मीडिया का सामाजिक प्रभाव” विषय पर वेबीनार का आयोजन किया गया। इस वेबीनार में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मुख्यधारा की मीडिया के साथ साथ वैकल्पिक मीडिया को वर्तमान समय के लिए अहम बताया। बतौर वक्ता वेबीनार में शामिल द फोलोअप वेब चैनल के को-फाउंडर सन्नी शरद ने विस्तार से इस विषय पर प्रकाश डाला और कहा कि मुख्यधारा की मीडिया हो या वैकल्पिक मीडिया, दोनों का सामाजिक प्रभाव व्यापक पैमाने पर पड़ता है, लेकिन वैकल्पिक मीडिया ने जिस तरह कोरोना काल में अपनी भूमिका निभाई, उससे इसकी महत्ता और बढ़ गई है। उन्होंने वर्तमान समय, वैकल्पिक मीडिया का बताते हुए कहा कि जिस प्लेटफार्म पर विश्वविद्यालय की ओर से वेबीनार कराए जा रहे हैं, वह भी वैकल्पिक मीडिया की वजह से ही संभव हो पाया। कोरोना काल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सोनू सूद, श्रीनिवासन सरीखे कई नामचीन लोगों के हाथ ज़रूरतमंदों की मदद के लिए आगे बढ़े, उसमें वैकल्पिक मीडिया की भूमिका काफी अहम रही। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से लेकर सभी राज्य सरकारें अपने कार्यों और विभिन्न योजनाओं को आम जनों तक पहुंचाने के लिए एक बड़ी राशि खर्च कर व्यापक पैमाने पर वैकल्पिक मीडिया का सहारा ले रही है। वहीं मध्यप्रदेश माध्यम के रोजगार और निर्माण के एडिटर-इन-चीफ पुष्पेंद्र पाल सिंह ने कहा कि यह ज़रूर है कि मुख्य धारा की मीडिया की आमजनमानस में ट्रेडिशनल मीडिया के मुकाबले पहुंच अधिक है लेकिन ट्रेडिशनल मीडिया की पहुंच क्षेत्रीय स्तर पर हकीकत के काफी करीब होती है। ऐसे में ट्रेडिशनल मीडिया की भूमिका अहम हो जाती है। उन्होंने सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहे भ्रामक खबरों का जिक्र करते हुए कहा कि फेक न्यूज़ का प्रचलन भी वैकल्पिक मीडिया के ज़रिए बीते वर्षों में तेजी से बढ़े हैं लेकिन सुकून भरी बातें यह रही कि उन खबरों का खंडन भी बड़े पैमाने पर उसी सोशल मीडिया के ज़रिए तीर्व गति से हुआ। कोरोना काल के दौरान खबरें हों या मदद की आस लिए लोगों की पीड़ा, मुख्य धारा की मीडिया व वैकल्पिक मीडिया ने बखुबी अपनी भूमिका निभाई और सरकार के साथ साथ आम लोगों के लिए भी काफी मददगार साबित हुए। जागरूकता के मद्देनजर उन्होंने ज़रूर वैकल्पिक मीडिया को आगे रखा। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने इस वेबीनार के सफल संचालन के लिए संयोजक डॉ ललित कुमार, सह-संयोजक शमीम अहमद, नरेश गौतम व शिवजी को बधाई देते हुए ऐसे वेबीनार को अहम बताया और कहा कि कोरोना काल में ही नहीं बल्कि हर समय मीडिया का सामाजिक प्रभाव व्यापक पैमाने पर पड़ता है। यही वजह है कि मीडिया को चौथा स्तंभ का खिताब प्राप्त है। यह जरूर है कि कोरोना काल के दौरान मुख्य धारा की मीडिया के साथ साथ वैकल्पिक मीडिया ने काफी अहम भूमिका अदा की है। मंच संचालन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ ललित कुमार जबकि धन्यवाद ज्ञापन कला एवं मानविकी संकाय डीन डॉ रूद्र नारायण ने किया
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