लोयाबाद/धनबाद: रैयत एवं विस्थापित मोर्चा की पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सोमवार को निचीतपुर गड़ेरिया से बॉसजोड़ा, मदनाडीह, कनकनी भ्रमण करते हुए मशाल जुलूस लेकर लोयाबाद मोड पहुंचे जहा रैयत ने एक स्वर में कहा कि रैयत के भूमि पर जिला प्रशासन BCCL आउटसोर्सिंग के द्वारा जबरन छीनतई बंद करे और जबरन रैयतो की भूमि पर बगैर मुआवजा दिए कार्य नहीं कर सकती बीसीसीएल द्वारा कोयला काटने से पूर्व सरकार कैंप लगा कर रैयत की भूमि का आर.एस खाता नया खतियान में चढ़ाए और उसे सुधार कर पुनः रैयतो को वापस किया जाए। रैयतों को मुआवजा हेतु सीएनटी परमिशन तुरंत दे, ताकी कोलियरी प्रभावित क्षेत्रों में लगान रसीद कटाना और वंशावली बनाना जल्द शुरू हो सके उन्होंने कहा की सरकार रैयतो विस्थापितों को संरक्षण दे, ना कि उद्योगपतियों और कंपनियों को। BCCL हम रैयतो का एक नंबर दुश्मन है। कोल इंडिया को आर आर पॉलिसी रद्द करके रैयतो विस्थापितों को एल ए आर एक्ट के तहत पेमेंट करें रैयत विस्थापितों ने कहा की आज हम लोग सरफेस जमीन के मालिक हैं। आप हमारे बिना कोयला उद्योग नहीं चला सकते। इसलिए हम सभी रैयत का शोषण करना बंद करें अब हम रैयत संगठित होकर जल्द जिला प्रशासन एवं कोयला भवन का घेराव करेंगे ताकी 75 परसेंट नियोजन निजी कंपनियों द्वारा देने को विवस कर सके। क्योंकि यह कानून राज्य सरकार द्वारा पारित हो चुका है और बीसीसीएल को इसे मानना होगा इस मौके पर मसाल जुलूस में रामप्रवेश गुप्ता, ध्रुव महतो, रमेश रवानी, कृष्णा निषाद, पप्पू महतो, प्रदीप महतो, नरेश सिंह, कृष्णा निषाद, राजू रवानी, सुरेश महतो आदि मौजूद थे।
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