जमशेदपुर : यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2020 में ऑल इंडिया रैंक 70 हासिल करने वाली सलोनी वर्मा के बारे में बताएंगे. मूल रूप से झारखंड के जमशेदपुर की रहने वाली सलोनी का ज्यादातर समय राजधानी दिल्ली में बीता. वे ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी में आईं. सलोनी को सफलता दूसरे प्रयास में मिली. खास बात यह है कि बिना कोचिंग के सलोनी ने अपनी मंजिल को हासिल करके नई मिसाल कायम की. आज आपको उनके यूपीएससी के सफर के बारे में बताएंगे.
*कोचिंग को लेकर सलोनी की राय*
सलोनी के मुताबिक सबसे पहले हमें खुद की क्षमता और इंटरेस्ट के बारे में अच्छी तरह समझ लेना चाहिए. इसके बाद आप यूपीएससी टॉपर्स के इंटरव्यू देखें और ब्लॉग पढ़ लें. सलोनी का मानना है कि यूपीएससी के लिए कोचिंग जरूरी नहीं होती. अगर आपको सही गाइडेंस ना मिले तो आप कोचिंग ज्वाइन कर सकते हैं. लेकिन यहां सफलता आपको कड़ी मेहनत और सेल्फ स्टडी की बदौलत ही मिलेगी.
*सकारात्मक रवैया और चुनौतियों का मुकाबला बेहद जरूरी*
सलोनी के मुताबिक उन्होंने सिलेबस को समझा और अपना स्टडी मैटेरियल तैयार किया. उनके मुताबिक बेहतर रणनीति के साथ तैयारी में जुट जाएं, ताकि कम समय में अपनी मंजिल हासिल की जा सके. पहले प्रयास में उन्हें असफलता मिली, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ती रहीं. उन्होंने चुनौतियों का डटकर मुकाबला किया और कड़ी मेहनत कर मंजिल हासिल कर ली.
*सलोनी की सलाह*
सलोनी का मानना है कि अगर आप यूपीएससी की तैयारी करना चाहते हैं, तो आपको लगातार बेहतर रणनीति के साथ आगे बढ़ना होगा. वे कहती हैं कि जब तक आप हर दिन इसके लिए प्रयास नहीं करेंगे तब तक आप अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच पाएंगे. उनके मुताबिक कड़ी मेहनत, सही रणनीति, ज्यादा से ज्यादा रिवीजन, आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस और सकारात्मक रवैया सफलता के लिए काफी जरूरी होता है.
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