झारखंड के पांच हवाई अड्डों से ना केवल हवाई उड़ानों का होगा संचालन बल्कि ये अब उर्जा उत्पादन का बनेंगे केंद्र,सोलर ऊर्जा से लोगों को मिलेगा रोजगार



*धनबाद :* झारखंड के पांच हवाई अड्डों से ना केवल हवाई उड़ानों का संचालन होगा। बल्कि ये अब उर्जा उत्पादन का केंद्र भी बनेंगे। इसके लिए राज्य सरकार ने एक महत्वाकांक्षी योजना बनाई है।जिसके लिए धनबाद के अलावा बोकारो, देवघर, दुमका और गिरीडीह के हवाई अड्डों की खाली पड़ी जमीन पर सोलर उर्जा पैदा करनेवाले प्लांट लगाए जाएंगे। इसके लिए राज्य सरकार ने इन प्लांटों काे लगाकर उर्जा उत्पादन करने के लिए एजेंसी का चयन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। चयन का काम पूरा होते ही उसे प्लांट लगाने के साथ उर्जा उत्पादन शुरू करने का कार्य का एलाटमेंट कर दिया जाएगा। अगले साल फरवरी से उत्पादन चालू हो जाने की संभावना जताई जा रही है।
इसकी जानकारी देते हुए झारखंड नवीन एंव नवीकरणीध उर्जा विकास एजेंसी जरेडा के परियोजना निदेशक विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि यह योजना राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर शुरू की जा रही है। यह पूरी तरह से राज्य सरकार की योजना है। इसके लिए सोरेन सरकार ने राज्य में सौर उर्जा की संभावना को देखते हुए उसका उत्पादन बढाने का निर्देश दिया है। उसी के आलोक में यह परियोजना शुरू की जा रही है। सिंहा ने बताया कि इन सभी हवाई अड्डों पर लगनेवाले सोलर संयत्रों से 600 किलोवाट की उर्जा उत्पन्न होगी। सभी संयंत्र ग्रिड से जुड़े होंगे और एयरपोर्ट अपनी जरूरत के अनुसार स्थानीय स्तर पर उत्पादन कर सकेंगे।

यहां लगने वाले सोलर संयंत्र ग्राउंड माउंटेड होंगे। जिनपर करीब 12 करोड़ पचीस लाख रुपये की लागत आने का अनुमान है। इससे प्रत्येक एयरपोर्ट पर बीस परिवार को रोजगार देने की भी योजना बनाई जा रही है। इन लोगों को इन संयंत्रों के रखरखाव के काम में लगाया जाएगा।

सिंहा ने बताया कि राज्य सरकार सोलर उर्जा को बढ़ावा देने के लिए अपनी सोलर उर्जा से जुड़ी नीति जल्द ही लाने जाने रही हे। जसमें लोगों को सोलर प्लांट लगाने और उसके उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अनुदान देने की भी व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा इसी नीति के तहत गिरीडीह को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने की पूरी योजना तैयार की जा चुकी है। जल्द ही इस पर काम शुरू किया जाएगा। इस परियोजना पर केंद्र और राज्य सरकार मिल कर काम करेंगीं।

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