रांची : राजधानी में पुलिस दावा करती है कि अपराधियों पर लगाम लगाया जा चुका है ज्यादातर अपराधी जेल में बंद है तो कई अपराधी जमानत पर जेल से बाहर आने पर प्रतिदिन थाना में हाजरी लगाते हैं. हर इलाके में लोग सुरक्षित हैं, लेकिन पुलिस के सारे दावे है खोखले नजर आ रहे हैं. खुद पुलिस के तैयार किए हुए आकंड़े ही इसका खुलासा कर रहे हैं. रांची में पिछले 240 दिनों में चोरों ने 1230 चोरी की घटना को अंजाम दिया है. इससे स्पष्ट होता है कि चोर प्रतिदिन 5 से अधिक चोरी की घटना के अंजाम दे रहे हैं. वहीं दूसरी ओर पिछले आठ महीने में 128 लोगों की हत्या की जा चुकी है. इस आकंड़ा से पता चलता है कि हर दूसरे दिन राजधानी में एक व्यक्ति की हत्या हो रही है. दोनों आकंडा पुलिस विभाग के द्वारा ही तैयार किया गया है. ऐसे में देखा जा सकता है कि पुलिस का दावा कुछ और बताता है और आकंडा कुछ और बता रहा है.
सुरक्षा में तैनात है 30 PCR और 15 हाईवे पेट्रोलिंग
राजधानी में लोगों की सुरक्षा के लिए 30 पीसीआर (PCR) और 15 हाईवे पेट्रोलिंग तैनात हैं. 45 गाड़ियों में जवान 24 घंटे ड्यूटी करते हैं और पूरे इलाके में गश्ती होती है. इसके अलावा 47 थाना और ओपी की गाड़ी अपने-अपने इलाके में गश्ती करती है. इसके बाद भी चोरी और हत्या की घटना हो जा रही है. चोरी की अधिक्तर घटना रात के वक्त होती है. इसके बाद भी चोरी पुलिस की पकड़ नहीं आ रहे हैं. चोरों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि कुछ ही देर के लिए ही घर खाली हो तो भी चोरी आसानी से चोरी कर फरार हो जाते हैं.
पुलिस पर भारी पड़ रहे हैं अपराधी
राजधानी में हाल के दिनों में देखा गया है कि चोर और हत्यारे पुलिस पर भरी पड़ रहे हैं. चोरों का नेटवर्क पुलिस से काफी मजबूत है. पुलिस जिस इलाके में गश्ती करती है चोर उसी इलाके में अपना हाथ साफ कर के पुलिस के सामने से निकल जा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर हत्यारे इतनी सफाई से हत्या की घटना को अंजाम दे रहे हैं कि वह सीसीटीवी (CCTV) में भी नहीं आ रहे हैं. हत्यारों को पता है कि सीसीटीवी (CCTV) कहां कहां लगा हुआ है. इस वजह से भी कई बड़ी घटना का खुलासा करने में पुलिस फेल साबित हो रही है.
चर्चित कांड जिसका खुलासा नहीं हुआ
1. मुख्यमंत्री आवास के सामने पूर्व एसपीओ (SPO) बुधु दास की गोली मारकर हत्या.
2. चुटिया में आईएफएस के घरवालों को बंधंक बनाकर लाखों रुपये की हुई डकैती.
3. लालपुर इलाके में दिन दहाड़े शिक्षका शिव प्रसाद की गोली मारकर हत्या.
4. लालपुर इलाके में गहना घर के संचालकों पर जानलेवा हमला करने के बाद लूटपाट.
पिछले पांच वर्षों का आकंडा
चोरी
अगस्त 2021 तक- 1230 चोरी
वर्ष 2020 में- 1767 चोरी
वर्ष 2019 में- 2358 चोरी
वर्ष 2018 में- 2486 चोरी
वर्ष 2017 में- 2269 चोरी
हत्या
अगस्त 2021 तक- 128 हत्या
वर्ष 2020 में- 167 लोगों की हत्या
वर्ष 2019 में- 175 लोगों की हत्या
वर्ष 2018 में- 186 लोगों की हत्या
वर्ष 2017 में- 177 लोगों की हत्या
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