जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के मलयपुर स्थित 215 बटालियन सीआरपीएफ ने मल्लेपुर कैंप में सातवीं राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया । बताते चलें कि भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी सामान का बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी आंदोलन की याद में सर्वप्रथम 7 अगस्त 2015 को चेन्नई में इस दिवस की शुरुआत की थी । उसके बाद पूरे भारतवर्ष में प्रत्येक वर्ष आज के दिन हथकरघा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। (हथकरघा का अर्थ बिजली के बिना चलने वाली छोटी मशीन जिसे हाथ से या पैरों से चलाया जाता है उसे हथकरघा कहते है) आजकल भारत से स्वदेशी सामान का विलुप्त होते दिख रहे भारत सरकार ने नई योजना के तहत आत्मनिर्भर योजना में शामिल कर देश के पुरानी बंद पड़ी स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए आम जनता को प्रेरित किया इस दिवस का शुभारंभ कर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सभी देशवासी से हस्तशिल्प के प्रति मुखर होने और एक आत्मनिर्भर भारत को मजबूत दिशा में प्रयासों को मजबूत करने का भी आग्रह किया साथ ही साथ केंद्रीय वस्त्र मंत्री भारत सरकार ने आम जनों से हथकरघा का उत्पाद खरीदने और इस भारतीय विरासत का कीर्ति गान करते वह आगे बढ़ाने का आग्रह किया। इस शुभ अवसर पर मलयपुर कैंप परिसर में ललन कुमार द्वितीय कमान अधिकारी ने सभा कक्ष में उपस्थित सभी अधिकारी एवं जवान को आज के इस हथकरघा दिवस के ऊपर प्रकाश डालते हुए बोले हम सभी सपरिवार मिलकर अपनी पुरानी परंपरा को अपने जीवन में लाए और घरेलू उत्पाद हथकरघा से बने उत्पाद को अपने जीवन में उतारने का हर संभव प्रयास करें साथ ही साथ उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि वह लोग भी स्वदेशी उत्पाद तथा हथकरघा से बनी वस्तु का उपयोग कर भारत को आत्मनिर्भर बनाने में अपनी महत्वपूर्ण योगदान दें।
इस शुभ अवसर पर विजेंद्र कुमार मीणा उप कमांडेंट डॉक्टर प्रवीण कुमार सुमन मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी 215 बटालियन एवं अधीनस्थ अधिकारी व सभी जवान उपस्थित थे।