कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में नौकरी चले जाने, वेतन में कटौती, अस्पताल के बड़े बिल, स्वास्थ्य देखभाल पर बढ़ते खर्च जैसी समस्याओं से हममें से कई लोगों का पाला पड़ा होगा। इस दौर में बहुत से लोगों को नकदी संकट के बीच संघर्ष करना पड़ रहा है। जिन लोगों को हर महीने EMI का भुगतान करना होता है, उनकी स्थिति और भी खराब हो सकती है। ऐसी मुसीबतें हमें बता रही है कि हमें अपनी पैसों से जुड़ी आदतों में बदलाव करना ही होगा, जिससे वित्तीय असुरक्षा से बचा जा सके। आज हम आपको पांच ऐसी बातें बताएंगे, जिनका ध्यान रख आप वित्तीय संकट में पड़ने से बच सकते हैं।
न लें ज्यादा उधार
वेतन में कटौती और व्यावसायों पर प्रतिबंधों के इस समय में वे लोग अपनी EMI भरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जिन्होंने ऐसी संपत्ति खरीदने के लिए Loan लिया, जो कोई आय प्रदान नहीं करती। जिन लोगों ने अपनी भविष्य की आय के बारे में सुनहरी धारणा बनाकर अपनी चुकाने की क्षमता से अधिक उधार लिया है, उन्हें इस महामारी के दौरान विशेष रूप से परेशानी का सामना करना पड़ा है, क्योंकि उनकी आय उनकी अपेक्षा के अनुसार नहीं बढ़ी है, लेकिन उनके खर्च में वृद्धि हुई है।
एक्सपर्ट्स कहते है कि लोन आपकी मौजूदा आय, खर्च और सरप्लस के आधार पर लिया जाना चाहिए। एक थंब रूल के अनुसार, ईएमआई की राशि आपकी वर्तमान आय के 50% से अधिक नहीं होनी चाहिए। साथ ही सिर्फ इसलिए लोन न लें, क्योंकि यह उपलब्ध है। यदि आपकी ईएमआई आपकी आय का बहुत अधिक हिस्सा ले लेती है, तो अन्य महत्वपूर्ण वित्तीय लक्ष्य, जैसे सेवानिवृत्ति या आपके बच्चों की शिक्षा के लिए बचत आदि बाधित हो सकते हैं।