अब तक कभी भी नहीं पहुंचा मुखिया प्रतिनिधि
भुपेन्द्र पान्डेय
गिद्धौऱ:-(चतरा)प्रखंड के बारियातू पंचायत अंतर्गत महुआटांड़ गांव के महडोरिया टोला में एक भी चापाकल नहीं है। पुराने जमाने का एक कुआं है जिस में गंदा पानी रहता है और वहां निवास करने वाले दलित परिवार को वही पानी 12वो महीना पीने का उपयोग करते हैं। 10 साल पंचायती राज बीत जाने के बाद भी आज तक वहां पर कोई भी प्रतिनिधि चापाकल लगाने का ना तो प्रयास किया और ना ही कोई गरीबों की दुख को जानने का प्रयास किया।और आज भी वहां के गरीब लोग गंदे कुएं का पानी पी रहे हैं। मालूम हो कि महुआटांड़ के महड़ोरिया में बसे लगभग 30 घर भुइयां समाज के लोग रहते हैं।जहां आज तक एक भी चापाकल नहीं हुआ है जिसके कारण गांव के गरीब महिलाएं लगभग आधा किलोमीटर दूर जाकर एक गंदे कुएं का पानी पीने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया के कई बार पंचायत के मुखिया एवं अन्य प्रतिनिधियों को इसकी स्थिति से अवगत कराया गया है।परंतु इन गरीबों के प्रति आज तक ध्यान नहीं दिया गया।और उन्होंने यह भी बताया कि इस गंदे कुएं का पानी हम लोग पीते हैं।जिसे लेकर बराबर छोटे-छोटे बच्चे तथा बड़े लोग भी बीमार पड़ जाते हैं। जिससे हम गरीबों को काफी परेशानी होती है 14 वें व 15 वें वित्त से कई चापाकल लगाए गए परंतु उस गरीब परिवारों के बीच आज तक चापाकल नहीं लगाया गया जिसका मुख्य कारण है पैसा कमीशन प्रतिनिधियों तक पहुंचा नहीं चापाकल आज तक लगा नहीं जिससे निवास करने वाले जनता काफी उदास हैं।उन्होंने बताया कि जब चुनाव आती है तो प्रतिनिधि लोग वोट मांगने के लिए सिर्फ आ जाते हैं।और गरीबों को देखने वाला कोई नहीं आता इसी को लेकर ग्रामीणों ने प्रखंड प्रशासन से चापाकल निर्माण कराने की मांग की है। और ग्रामीणों का कहना है कीअगले बार आने वाला चुनाव में सभी प्रतिनिधि को इसी गंदे पानी से स्वागत किया जाएगा ताकि उन्हें भी एहसास हो कि गरीबी जिंदगी क्या होती है।

